Student Suicide Case: 18 साल की छात्रा ने घर की खराब आर्थिक स्थिति देख की आत्महत्या, भावुक करने वाला सुसाइड नोट बरामद
Student Attempt Suicide: मैं और अधिक बोझ नहीं बनना चाहती, इसलिए ये कदम उठा रही हूं. I AM SORRY अम्मा. अगर कोई पूछता है कि मैंने आत्महत्या क्यों की, तो उन्हें बताएं कि ईएपीसीईटी में मेरी रैंक खराब थी.
Andhra Pradesh Suicide Case: परिवार की खराब वित्तीय स्थिति (Economic Condition) और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का बकाया चुकाने के लिए बैंक अधिकारियों के कथित दबाव ने आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में एक 18 साल छात्रा को अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए मजबूर कर दिया. घटना बुधवार रात एनटीआर (NTR) जिले के नंदीगामा में हुई जहां किशोरी हरिथा वार्शिनी (Haritha Varshini) ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली. पढ़ाई में होशियार छात्रा ने ईएपीसीईटी (इंजीनियरिंग, कृषि, फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) को उत्तीर्ण किया था और उसकी 15,000 रैंकिंग थी.
पुलिस ने घर से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें लिखा, "शिक्षा का खर्च हमारे परिवार पर एक अतिरिक्त बोझ होगा. मैं और अधिक बोझ नहीं बनना चाहती, इसलिए ये कदम उठा रही हूं. I AM SORRY अम्मा. अगर कोई पूछता है कि मैंने आत्महत्या क्यों की, तो उन्हें बताएं कि ईएपीसीईटी में मेरी रैंक खराब थी.”
क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं कर पाए जमा
नंदीगामा सर्किल इंस्पेक्टर पी कनक राव के मुताबिक, वार्शिनी के पिता जस्ती प्रभाकर राव दिल्ली की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में सुपरवाइजर के तौर पर काम करते हैं और वो अपनी दो बेटियों और पत्नी से मिलने सिर्फ़ त्योहारों में ही घर आ पाते हैं. प्रभाकर राव ने कथित तौर पर अपने परिवार की जरूरतों और बच्चों की शिक्षा के लिए 3.5 लाख रुपये एक प्रतिष्ठित बैंक के क्रेडिट कार्ड से इस्तेमाल किया था. प्रभाकर राव के तीन महीने से अधिक समय तक क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान करने में विफल रहे और कथित और पर बैंक अधिकारियों ने दो दिन पहले वार्शिनी के घर का दौरा किया और परिवार पर बकाया राशि का भुगतान करने के लिए दबाव बनाया.
बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी होगी जांच
उनके पिता की अनुपस्थिति में बैंक अधिकारियों (Bank Officials) ने कथित तौर पर वार्शिनी के परिवार के साथ दुर्व्यवहार भी किया. पुलिस ने कहा, “घटना से निराश किशोरी ने शायद यह कदम उठाया होगा. परिवार आर्थिक परेशानी से घिरा था.” सुसाइड नोट से पता चला है कि वार्शिनी अपने परिवार की खराब वित्तीय स्थिति (Economic Condition) और अपने भविष्य की शिक्षा को लेकर चिंतित थी. उसने अपनी मां से अपनी छोटी बहन की स्कूल फीस छात्रवृत्ति (Scholarship) के पैसे से भुगतान करने का अनुरोध किया. पुलिस ने वार्शिनी की मां अरुणा की शिकायत के आधार पर सीआरपीसी की धारा 174 (आत्महत्या पर पूछताछ) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस (Police) ने आश्वासन दिया है कि आत्महत्या (Suicide) के पीछे बैंक अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाएगी.
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