हिमाचल के 10 जिले बारिश की चपेट में, दिल्ली-NCR में भी तेज बारिश का अनुमान
मौसम के अचानक करवट बदलने से पूरे उत्तर भारत में तापमान में गिरावट आई है. साल की आखिरी बारिश का सबसे ज्यादा असर हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है. राज्य के सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिया गया है.
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिन से हो रही तेज बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. बारिश की वजह से ब्यास समेत छोटी नदियां उफान पर हैं. राज्य के 12 में से 10 जिलों में दो दिन से जबर्दस्त बारिश हो रही है, जिसके कारण कई जगह बाढ़ है और लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं. आज भी भारी बारिश की आशंका के चलते राज्य के सभी जिलों में स्कूल बंद हैं.
हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने सभी ट्रैकिंग साइट्स को अगले आदेश तक बंद रखने के आदेश दिए हैं. कुल्लू में कल बादल फटने के बाद डोबी के पास फंसे 19 सैलानियों को वायु सेना के चॉपर के जरिए निकाल लिया गया है. दो दिन की बारिश के बाद हिमाचल में सर्दी बढ़ गई है. लाहौल स्पीति और रोहतांग दर्रे के पास इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के चलते ठंड बढ़ जाने से राहगीरों को परेशानियां हो सकती है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है.
हिमाचल के कुल्लू-मनाली में बादल फटने से ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे कई लोग बाढ़ के पानी में फंस गए. पानी में फंसे लोगों की जान तो बचा ली गई लेकिन इनकी झोपड़ियां नदी में समा गईं. मनाली बस स्टैंड से होश उड़ाने वाली तस्वीर सामने आई है. बस स्टैंड पर खड़ी एक बस व्यास नदी के बहाव में देखते देखते ही बह गई. गनीमत ये रही कि जिस वक्त ये बस नदी के उफान की चपेट में आई उस वक्त इसमें कोई नहीं था.
दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश का अनुमान मौसम के अचानक करवट लेने से दिल्ली एनसीआर के पारे में भी गिरावट आई है. दिल्ली एनसीआर में आज भी बारिश हो सकती है. पिछले तीन दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम का मिजाज बदल दिया है.
आज आपके क्षेत्र में कैसा रहेगा मौसम का हाल? मध्य भारत पर बना सिस्टम आज उत्तरी राजस्थान पहुंच सकता है. यह कमजोर होगा लेकिन पहाड़ों पर बने सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण मध्य भारत के मौसम को प्रभावित करता रहेगा. इन दोनों सिस्टमों के कारण कश्मीर से लेकर हिमाचल और उत्तराखंड तक लगभग सभी शहरों में मूसलाधार बारिश कल भी बनी रहेगी.
देहारादून, मसूरी, मनाली, शिमला, नाहन सहित कई पर्वतीय शहरों में ज़बरदस्त बारिश से बाढ़ जैसी स्थितियां भी पैदा हो सकती हैं. पर्वतीय राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भूस्खलन की भी आशंका बनी रहेगी. कहीं-कहीं बादल फटने का भी खतरा रहेगा.
मैदानी इलाकों में रूपनगर, नवाशहर, चंडीगढ़, पंचकुला, सहारनपुर, साहिर उत्तर पश्चिमी यूपी, उत्तरी हरियाणा और पंजाब के भी कई शहरों में भारी बारिश के आसार हैं. दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत के बाकी शहरों में मध्यम वर्षा जारी रह सकती है. मध्य और पूर्व भारत में बारिश में कमी आएगी. हालांकि जयपुर, अलवर, दौसा, ग्वालियर, आगरा, मथुरा और आसपास के शहरों में अच्छी बारिश उम्मीद बनी हुई है.
इस साल बारिश ने जमकर रुलाया 20 सितंबर तक देश में बाढ़-बारिश से 1522 की मौत हुई है, सबसे ज्यादा 501 लोगों की मौत केरल में हुई है. यूपी में बाढ़-बारिश ने ली 297 लोगों की जान चली गई तो वहीं पश्चिम बंगाल में बारिश से 253 लोग काल के गाल में समा गए. बाढ़-बारिश से देश के 192 जिले प्रभावित हुए हैं. देश की 1 करोड़ 30 लाख आबादी बाढ़-बारिश से परेशान हुई.