19 साल के खुशिल ने बनाया ‘म्यूजिक ड्राइव’ एप, लॉकडाउन में घर बैठे देगा गाड़ी चलाने का एहसास
खुशिल ने अपने भाई के साथ मिलकर इस एप को एक हफ्ते में तैयार किया है. इस एप को लोग काफी पसंद कर रहे हैं.
मुंबई: कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए देशभर में किये गए लॉकडाउन के चलते सड़कें सूनी और वीरान हो गईं. शोरगुल और चकाचौंध वाली मायानगरी मुंबई एक दम से शांत हो गई. मुंबई के इसी शोरगुल को फिर से गुलज़ार करने के लिए एक 19 साल के छात्र ने ध्वनि एप का निर्माण किया है. मुंबई के शोरगुल को आप जो पिछले ढाई महीने से लॉकडाउन के कारण नहीं सुन पाए हैं वो फिर से एक बार आपके कानों में गूंजेगी.
के जे सोमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के 19 साल के छात्र खुशिल शाह ने इसका समाधान ढूंढ निकाला है. खुशिल ने 'म्यूजिक ड्राइव' नाम का एक वेब एप बनाया है. खुशिल बताते हैं कि म्यूजिक ड्राइव एप शहर की सड़क की ध्वनि और फोन पर रेडियो सुनाता है. ऐसा करने से कार में एक ड्राइवर के प्रथम व्यक्ति के दृश्य का अनुकरण किया जाता है. म्यूजिक ड्राइव एप केवल मुंबई की ध्वनि नहीं बल्कि दिल्ली और हैदराबाद के रास्ते से निकलने वाली ध्वनियां को भी सुनाता है. इसे लोग सुन कर आनंद उठा सकते हैं. इतना ही नहीं इस एप में भारत के 22 शहरों की सड़कों और कुछ अंतर्राष्ट्रीय शहरों की ध्वनि शामिल हैं.
लॉकडाउन की वजह से खुशिल शाह की परीक्षा रद्द हो गई. परीक्षा रद्द कर दिए जाने के बाद खुशिल को काफी खाली समय मिला. खुशिल बताते है कि यही कारण है कि अपने खाली समय का उपयोग कर उन्होंने म्यूजिक ड्राइव एप बनाने के बारे में सोचा.
खुशिल को दरअसल यह सुझाव उनके पिता से मिला. वे कहते हैं, "मेरे पिताजी ने ऐसा ही कुछ अपने व्हाट्सएप पर देखा था और उन्हें वह पसंद आया. उन्होंने मुझे कहा कि यह अच्छा होगा अगर मैं भारत के लिए कुछ ऐसा कर सकता हूं. मैंने इसके लिए काम करना शुरू कर दिया. इस एप का उद्देश्य मूड उत्थान और यात्रा की यादें वापस लाना है. अब चीज़ें अनलॉक होती जा रही हैं लेकिन अब भी हम सफर नहीं कर सकते तो यह एक अच्छी जगह है. यह ऐसा है जैसे कि आप गाड़ी चला रहे हैं और रेडियो स्टेशनों को सुन रहे हैं." खुशिल ने अपने भाई हितांश के साथ एक हफ्ते के भीतर इस एप को बनाया जिसे लोग काफी पसंद कर रहे है.