नई दिल्लीः कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. सभी देश अपने अपने तरीके से इससे निपटने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच भारत ने कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए टेस्टिंग कि संख्या बढ़ा दी है. भारत 20 लाख किट प्रति महीना बनाने में सक्षम हो जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है.


20 लाख किट में 10 लाख किट रैपिड ऐंटीबॉडी होंगी और 10 लाख आरटी-पीसीआर के लिए रहेंगे. किट निर्माण के बाद भारत के ऊपर आयात करने का बोझ कम हो जाएगा.


स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत हर महीने 6 हजार वेंटीलेटर बना सकता है. सरकार की कोशिश है कि इसे और तेज किया जाए. इतना ही नहीं भारत मेक इन इंडिया के तर्ज पर आनेवाले समय में पीपीई, ऑक्सिजन डिवाइस का उत्पादन कर सकता है.


मंत्रालय के मुताबिक मोदी सरकार राज्यों के साथ मिलकर कोरोना वायरस स्पेशल हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रही है. देश में फिलहाल 1,73,746 आइसोलेशन वॉर्ड, 21,806 आईसीयू बेड्स मौजूद हैं.


इस वक्त कोरोना टेस्ट के लिए भारत ने चीन से 5 लाख रैपिड किट्स मंगवाए हैं. इस किट्स को राज्यों के बीच बांटा जा चुका है. राज्य सरकार इन किट्स को जिला स्तर पर पहुंचा रही है.


बता दें कि देश भर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. मौजूदा वक्त में कोरोना के 14387 केस मिले हैं. जिनमें से 1991 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 480 लोगों की मौत हो चुकी है.


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