नई दिल्ली: 21 सितंबर से चुने हुए रूट पर बीस जोड़ी क्लोन ट्रेनें चलनी शुरू होंगी. ये ट्रेनें श्रमिक स्पेशल और स्पेशल ट्रेनों के अलावा होंगी. अभी फिलहाल कुल 310 ट्रेने चल रही हैं. पहले ही ये जानकारी आई थी कि सभी विशेष ट्रेनों के परिचालन की निगरानी की जाएगी और जहां भी ट्रेन की मांग होगी या वेटिंग लिस्ट होगी, वहां एक्चुअल ट्रेन से पहले एक ‘क्लोन’ ट्रेन चलाई जाएगी.


रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में से 19 जोड़ी ट्रेनों के लिए हमसफर एक्सप्रेस का किराया लिया जाएगा, लखनऊ से दिल्ली के बीच ‘क्लोन’ ट्रेन के लिए यह जनशताब्दी एक्सप्रेस के किराये के बराबर होगा. इन ट्रेनों की अग्रिम रिजर्वेशन अवधि 10 दिनों की होगी. रेलवे ने कहा कि ठहराव को सीमित करते समय राज्य सरकारों के सुझावों को ध्यान में रखा जा सकता है.


क्लोन ट्रेन का उद्देश्य वेटिंग लिस्ट की परेशानी को दूर करना है. क्लोन ट्रेन में वे ही यात्री सफर कर सकेंगे जिनके पास गंतव्य तक जाने के लिए वेटिंग टिकट मिलेगा. ये ट्रेनें दिल्ली से बिहार, बिहार से दिल्ली, बिहार से अमृतसर और अमृतसर से बिहार और नई दिल्ली से लखनऊ समेत दूसरे रूट पर चलेंगी.


कहां से कहां तक चलेंगी ट्रेनें?


रेल मंत्रालय के मुताबिक ये ट्रेनें सहरसा से नई दिल्ली, नई दिल्ली से सहरसा, राजगीर ने नई दिल्ली, नई दिल्ली से राजगीर, दरभंगा से नई दिल्ली, नई दिल्ली से दरभंगा, मुजफ्फरपुर से दिल्ली, दिल्ली से मुजफ्फरपुर, राजेंद्र नगर से नई दिल्ली, नई दिल्ली से राजेंद्र नगर, कटिहार से दिल्ली, दिल्ली से कटिहार, न्यू जलपाईगुड़ी से अमृतसर, अमृतसर से न्यूजलपाई गुड़ी, जयनगर से अमृतसर, अमृतसर से जयनगर, वाराणसी से नई दिल्ली, नई दिल्ली से वाराणसी, बलिया से दिल्ली, दिल्ली से बलिया, लखनऊ से नई दिल्ली, नई दिल्ली से लखनऊ, सिकंदराबाद से दानापुर, दानापुर से सिकंदराबाद, वास्को से निजामुद्दीन, निजामुद्दी से वास्को, बेंगलुरू से दानापुर, दानापुर से बेंगलुरू, यशवंतपुर से निजामुद्दीन, निजामुद्दीन से यशवंतपुर, अहमदाबाद से दरभंगा, दरंभगा से अहमदाबाद, अहमदाबाद से दिल्ली, दिल्ली से अहमदाबाद, सूरत से छपरा, छपरा से सूरत, बांद्रा से अमृतसर, अमृतसर से बांद्रा, अहदाबाद से पटना और पटना से अहमदाबाद के लिए चलेंगी.


यहां देखें पूरी लिस्ट



बता दें कि कोरोना संकट के दौरान प्रवासी मज़दूरों को ही ध्यान में रखते हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं जो राज्यों की मांग के आधार पर चलाई गईं थी. श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग अब ख़त्म हो गई है, हालांकि रेलवे का कहना है कि जब भी राज्यों की मांग होगी वो ये ट्रेनें चलाएंगे. श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के बाद 12 मई को 15 राजधानी स्तर की पूर्णतया एसी ट्रेनें चलाई गई थीं. इसके बाद 1 जून से 100 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं थीं जिनमें स्लीपर क्लास भी शामिल था. इसके बाद 12 सितंबर से 80 नई विशेष ट्रेनें की शुरुआत की गई थी.


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