Farmers Protest Against MSP: एक बार फिर तमाम किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर केंद्र सरकार पर दवाब बनाने की तैयारी में हैं. इसके तहत 200 किसान संगठनों के नेता 7,8 और 9 अक्टूबर को दिल्ली में बैठक करेंगे. यह मोर्चा वीएम सिंह के नेतृत्व में खोला जा रहा है, जोकि संयुक्त किसान मोर्चे से अलग है. इन तीन दिनों में आउटर दिल्ली के एक गांव पंजाब खोड़ में किसान यह हल्ला बोल करेंगे.
इस दौरान किसानों की कोशिश रहेगी कि देश भर के अलग-अलग संगठनों को एक मंच पर लेकर आया जाए. इसे किसानों का शक्तिप्रदर्शन माना जा रहा है. इस दौरान 28 राज्यों के 3000 से ज्यादा किसानों का जमावड़ा आउटर दिल्ली के गांव में बिना लोगों को परेशान किए सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे. हालांकि, जरूरत पड़ने पर वह अगला कदम भी उठा सकते हैं, जो विरोध के दौरान ही बताया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था कमेटी का विरोध
बता दें कि, इससे पहले सरकार ने कहा था कमेटी बनाई जाएगी, लेकिन अब तक कोई कमेटी नहीं बन पाई है. इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने विरोध किया था. उनका कहना था कि जिन लोगों ने नए कृषि कानून बनाए थे, उन्हें ही कमेटी में जगह दी गई है. अब इसे लेकर अन्य किसान संगठन भी सरकार के खिलाफ विरोध में उतर गए हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा ने जंतर-मंतर पर किया था विरोध
इससे पहले पिछले महीने संयुक्त किसान मोर्चा ने जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत बुलाई थी. भारी सुरक्षा के बीच यहां अलग-अलग राज्यों के किसान पहुंचे थे. एमएसपी और लखीमपुर खीरी मामले के खिलाफ यह विरोध किया गया था. उनकी मांग थी कि देश के सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाए. साथ ही गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाए.
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