Rs 2000 Currency Note Exchange: आरबीआई ने शुक्रवार (19 मई) को 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बंद करने का एलान किया है. हालांकि इन नोटों को 30 सितंबर तक वैध माना जाएगा. इसको लेकर अब कर्नाटक के होने वाले सीएम सिद्धारमैया ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है. 


बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर कर दिया है और 30 सितंबर 2023 के बाद इसे बदला नहीं जा सकेगा. रिजर्व बैंक ने बैंकों को इसे जारी नहीं करने का आदेश दिया है. हालांकि अभी ये लीगल टेंडर बना रहेगा. वहीं इस 2000 के नोट के चलन से बाहर होने वाले फैसले पर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर बनी हुई है. 


कांग्रेस बीजेपी पर बनी हुई है हमलावर 
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर दो हजार के नोट को बंद ही करना था तो इसे लाया ही क्यों गया था. अगर दो हजार का नोट पहले से चलन में नहीं था तो इसपर को भी जवाब देना चाहिए. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि ऐसे फैसलों से अर्थव्यवस्था मजबूत होने की बजाए कमज़ोर होती है. कांग्रेस के ही नेता गौरव बल्लभ ने कहा कि बीजेपी बिना सोचे समझे दो हज़ार के नोट को बाजार में लायी थी अब उससे पलटना पड़ रहा है.


बीजेपी इस फैसले का खुलकर समर्थन करते हुए नजर आ रही है. नोटबंदी के फैसले को सही बताते हुए बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने कहा कि यह काले धन पर दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक है. वहीं हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष पर पलटवार किया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष बेवजह पैनिक क्रिएट करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि दो हजार का नोट बंद करना समय की आवश्यकता है. इससे देश की अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक असर नहीं होगा.


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