2000 Rupee Note: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार (19 मई) शाम को 2000 की नोटों को बंद करने का ऐलान किया. हालांकि 30 सितंबर तक यह नोट वैध होंगे. इससे पहले 2016 में नोटबंदी की गई थी. जिसके बाद नए पैटर्न में 500 के नोट और 2000 के नोट मार्केट में आए थे.
ऐसे में हमारे लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि RBI का नोट बंद करने के फैसले का लोगों पर कितना असर हुआ है. इसके साथ ही क्या 2000 के नोटबंदी होने से लोगों को किसी तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ेगा या नहीं.
कम लोग प्रेफर कर रहे थे 2000 का नोट
रिजर्व बैंक की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक मार्केट में 2000 के नोटों को लोग कम प्रेफर करते थे. रिपोर्ट के मुताबिक लोगों के बीच 100, 200 और 500 के नोटों की डिमांड ज्यादा थी. इसका मतलब यह कि लोग अपने पास दो हजार के भारी भरकम नोट की जगह छोटे नोट रखना चाहते है.
छोटे नोट ज्यादा आते है काम
एबीपी न्यूज ने 2000 नोटबंदी को लेकर लोगों से बातचीत की तो यह बात सामने आई कि लोग 100, 200 और 500 के नोटों का ज्यादा इस्तेमाल करते है. एक शख्स ने कहा कि 2000 के वैसे भी नोट कम मिलते है. सरकार का ये फैसला बहुत बढ़िया है इससे 500 और 200 के नोट ज्यादा प्रयोग होगा, क्योंकि 2000 के छुट्टे मिलने मुश्किल होते थे.
एक हाउस वाइफ से इसका जवाब देते हुए कहा कि घर का सामान लेने में छोटे नोट का ज्यादा काम आते है. हालांकि उन्होंने कहा कि बड़े नोट ले जाने में ज्यादा सुविधा रहती है, लेकिन छोटे नोटों का उनको ज्यादा प्रयोग रहता है.
इसके अलावा RBI की रिपोर्ट के मुताबिक उसने 2019 के बाद से 2000 के नए नोटों की छपाई बंद कर दी थी. रिजर्व बैंक ने साल 2020 और 2021 में 2000 के नए नोट नहीं छापे, वो उससे पहले के ही हैं.