सचिव पद से हटाई गई प्रिया दत्त, क्या उनकी जगह नगमा को टिकट देगी कांग्रेस?
अभिनेत्री से नेता बनीं नगमा कांग्रेस में काफी सक्रिय रही हैं. उन्होंने राजस्थान, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कई रोड-शो किया था. फिलहाल नगमा जम्मू-कश्मीर और पुड्डुचेरी में ऑल इंडिया महिला कांग्रेस (एआईएमसी) की सचिव हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस दिग्गज अभिनेता सुनील दत्त की बेटी और संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त की जगह नगमा को 2019 लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर मध्य संसदीय क्षेत्र से टिकट दे सकती है. नगमा के नाम पर ऐसे समय में चर्चा शुरू हुई है जब प्रिया दत्त को कांग्रेस के सचिव पद से हटा दिया गया है. इसकी वजह पार्टी में सक्रियता नहीं होना बताई जा रही है.
इन अटकलों को और अधिक बल तब मिला जब पिछले दिनों सांताक्रूज में पार्टी की उत्तर मध्य जिले की मीटिंग में नगमा शामिल हुई. आपको बता दें कि उत्तर-मध्य सीट से प्रिया दत्त पहली बार 2005 लोकसभा उप-चुनाव में जीती थी. उसके बाद प्रिया 2009 में लोकसभा चुनाव जीती. उन्हें 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की पूनम महाजन के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, नगमा को मुंबई की उत्तर पश्चिम सीट से लड़ाया जा सकता है. इस सीट से गुरुदास कामत जीतते रहे. कामत का पिछले दिनों निधन हो गया था. एक नेता ने कहा, ''नगमा उस सीट से 2009 में लड़ने वाली थीं लेकिन आखिरी समय पर उस सीट से गुरदास कामत को टिकट दे दिया गया था. इसलिए अगर प्रिया दत्त को दोबारा से उत्तर मध्य के लिए चुना जाता है तो नगमा को उत्तर पश्चिम की सीट दी जा सकती है.''
अभिनेत्री नगमा पार्टी में काफी सक्रिय रही हैं. उन्होंने राजस्थान, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कई रोड-शो किया था. फिलहाल नगमा जम्मू-कश्मीर और पुड्डुचेरी में ऑल इंडिया महिला कांग्रेस (एआईएमसी) की सचिव हैं. अभिनेत्री से नेता बनी नगमा 2014 लोकसभा चुनाव में मेरठ से लड़ी थी. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
नगमा ने उत्तर-मध्य सीट से संभवत: टिकट मिलने की खबर को खारिज किया है. उन्होंने कहा, ''मैं इस क्षेत्र की वोटर हूं. यही वजह है कि बैठक में मैं शामिल हुई.'' साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी हाई-कमान तय करेगा की मैं किस क्षेत्र से चुनाव लड़ूंगी. वहीं प्रिया दत्त ने सचिव पद से हटाए जाने के बाद कहा कि नाराजगी का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
Want to clarify there is nothing to be upset about this letter, this is a process, I have been AICC secretary long enough, new and young people need to be brought into the organisation. If each one holds on to positions forever where will the other aspirants go.
— Priya Dutt (@PriyaDutt_INC) October 1, 2018
उन्होंने कहा, ''अगर कोई एक शख्स ही पद पर हमेशा के लिए बना रहेगा तो फिर दूसरे उम्मीदवार कहां जाएंगे. इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है और नए लोगों को मौका मिलना चाहिए.'' उन्होंने आगे कहा, ''बदलाव अच्छा है. मैं दोबारा चुनाव में लडूंगी जिसके लिए मैं तैयारियां शुरू कर रही हूं.''