नई दिल्ली: देश भर में कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. इस बीच कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में अब तक कोरोना वायरस के ‘डेल्टा प्लस वेरिएंट’ के 22 मामलों का पता चला है. इनमें से 16 मामले महाराष्ट्र के रत्नागिरि और जलगांव में पाए गए हैं. बाकी के छह केस केरल और मध्य प्रदेश में आए हैं.
उन्होंने कहा कि फिलहाल नंबर के हिसाब से यह बहुत छोटा है लेकिन हम नहीं चाहते कि ये कोई बड़ा रूप ले. प्रोटोकॉल फॉलो किया जा रहा है. INSACOG की 28 लैब्स ने 45 हजार सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की है. जिनमें 22 मामले डेल्टा प्लस के सामने आए हैं. जीनोम सीक्वेंसिग का क्लीनिकल डाटा के साथ मिलान किया जाता है. INSACOG स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी देता है जो राज्यों को समय समय पर बताता है कि क्या करना है.
राजेश भूषण ने कहा कि कोई भी वेरिएंट मास्क को पार नहीं कर पाता है. ऐसे में मास्क सभी को पहनना जरूरी है. उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट 9 देशों में है (यूएस, यूके, स्विटजरलैंड, पोलैंड, जापान, पुर्तगाल, रूस, चाइना, नेपाल और भारत).
बता दें कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले सप्ताह एक प्रेसेंटेशन दिया था जिसमें कहा था कि संक्रमण का नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ राज्य में कोविड-19 की तीसरी लहर का कारण बन सकता है.
कितना कारगर है वैक्सीन?
राजेश भूषण ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट पर दोनों भारतीय वैक्सीन असरदार हैं. कितनी एंटीबॉडी बना रहे हैं इसकी जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी.
नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ स्वरूप में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है. भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ भी था.
मामलों में गिरावट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सात मई को कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आने के बाद देश में इस महामारी के रोजाना आने वाले मामलों में लगभग 90 प्रतिशत की गिरावट आई है.
बता दें कि आज 91 दिन बाद बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 50 हजार से कम 42,640 नए मामले सामने आए हैं. इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,99,77,861 हो गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 1,167 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,89,302 हो गई है.