जम्मू: भारतीय सेना ने आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों के हवाले से बड़ा दावा किया है. उसने कहा है कि साल 2020 के दौरान जम्मू कश्मीर में कुल 221 आतंकियों को मार गिराया गया. मारे गए आतंकवादियों में 221 स्थानीय और विदेशी शामिल थे. जारी आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान ने पिछले साल युद्वविराम उल्लंघन का रिकॉर्ड तोड़ दिया.


जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों पर सेना का दावा


पाकिस्तान की तरफ से युद्धविराम उल्लंघन की 5 हजार 246 घटनाएं देखने को मिली. 2020 में सेना ने 47 आतंकियों को गिरफ्तार किया था. सरेंडर करनेवाले आतंकियों के हवाले से कहा गया है कि साल 2020 सेना के लिए उपलब्धि भरा रहा. इस दौरान 11 आतंकियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया. भारतीन सेना ने 2019 में 152 आतंकियों को मौत के घाट उतारा था. जबकि उसी साल 43 आतंकी सेना की गिरफ्त में आए.


 221 स्थानीय और विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया गया


2019 में 3 आतंकियों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया. सेना का दावा है कि साल 2019 और 2020 में सीमा पर 10-10 घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया गया. 2019 में पाकिस्तान की तरफ से 3 हजार 824 बार सीमा पर गोलीबारी की गई. आंकड़ों में कहा गया है कि 2020 में 274 आतंकी प्रदेश में सक्रिय थे जबकि यह आंकड़ा 2019 में 421 था. अगर आतंकी लांच पैड की बात की जाए तो साल 2019 में लॉन्च पैड्स पर 520 से 556 आतंकी सक्रिय थे. 2020 में ये संख्या घटकर 294 से 336 के बीच रही. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देनेवाले प्रावधान को केंद्र सरकार ने खत्म कर दिया है. जम्म-कश्मीर की पार्टियों ने अनुच्छेद 370 और 35 ए की बहाली के लिए गुपकर घोषणापत्र गठबंधन का गठन किया है.


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