दिल्ली: वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई 23 एंटी स्मॉग गन, 150 टैंकरों से हो रहा है पानी का छिड़काव
दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के हर प्रयास जारी हैं. पानी का छिड़काव करने का काम जारी है. दिल्ली अग्निशमन सेवा ने प्रदूषण प्रभावित 13 क्षेत्रों में 70 लाख लीटर से ज़्यादा पानी का छिड़काव किया है.
दिल्ली: राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए जगह-जगह पानी का छिड़काव किया जा रहा है. अग्निशमन विभाग के अनुसार हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए पिछले 36 दिनों में दिल्ली अग्निशमन सेवा ने प्रदूषण प्रभावित 13 क्षेत्रों में 70 लाख लीटर से ज़्यादा पानी का छिड़काव किया है.
आनंद विहार पर पानी का छिड़काव अक्टूबर 15 से हर रोज़ सुबह से लेकर शाम तक किया जा रहा है और धूल की मोटी चादर को लगातार साफ किया जा रहा है. तमाम कोशिशों के बावजूद आनंद विहार में हवा की गुणवत्ता का स्तर खतरनाक और अस्वस्थ रिकॉर्ड किया गया. यहां का AQI - 154 Unhealthy की श्रेणी में दर्ज हुआ. वहीं, पीएम 2.5- 154 और पीएम 10-130 दर्ज हुआ.
15 अक्टूबर से रोज पानी का छिड़काव कर रहे हैं- टैंकर ड्राइवर
इस जगह प्रदूषण बढ़ने के कई कारण हैं. उत्तर प्रदेश की डीजल से चलने वाली परिवहन बसें यहां से बनकर चलती हैं क्योंकि बस डिपो है, ऑटो स्टैंड है साथ ही साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र भी है जो लगातार प्रदूषण में अपनी हिस्सेदारी देते रहते हैं. पानी के टैंकर से छिड़काव करने वाले ड्राइवर रामचंद्र बताते हैं कि "ईडीएमसी की पानी की छिड़काव की गाड़ी हम रोज़ 8 घंटे चला रहे हैं और आनंद विहार, विवेक विहार, शाहदरा के बॉर्डर तक पानी का छिड़काव करते हैं. हमारा ये काम 15 अक्टूबर से रोज़ चल रहा है."
दिल्ली सरकार ने आनंद विहार,विवेक विहार,नरेला, द्वारका, मुंडका, रोहिणी, वजीरपुर,अशोक विहार, ओखला, बवाना, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी और आर के पुरम को सबसे ज़्यादा प्रदूषित क्षेत्र बताया है. लिहाज़ा इन जगहों पर पानी का छिड़काव सुबह शाम कई बार किया जा रहा है. साथ ही दिल्ली में जगह जगह जैसे आईटीओ, निर्माणाधीन जगहों पर जैसे प्रगति मैदान इत्यादि पर एंटी स्मॉग गन भी लगाई गई हैं जिनकी मदद से प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने की कोशिश है लेकिन ये बढ़ता प्रदूषण है कि काबू में आ ही नहीं रहा है.
पानी के छिड़काव के लिए 150 टैंकर लगाए गए हैं
वायु प्रदूषण को कम करने के उपायों के चलते दिल्ली में पानी के छिड़काव के लिए 150 टैंकर लगाए गए हैं. साथ ही 23 एंटी स्मॉग गन भी लगाई गई हैं. प्रदूषण के साथ कोरोनावायरस के बढ़ते मामले भी राजधानी के लिए चिंता पैदा कर रहा है क्योंकि कोरोना का केहर एक बार फिर दिल्ली में पैर पसारता जा रहा है और प्रदूषण का बढ़ता स्तर इस स्तिथि को और विकराल बना सकता है.
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