तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के दौरान 23 लोग घायल, सुरक्षा के लिए लगाई गई थी 3 स्तर की बैरिकेडिंग
Jallikattu Bull Festival: पोंगल तमिलनाडु का सबसे बड़ा त्योहार है. जल्लीकट्टू उत्सव को एक खतरनाक खेल माना जाता है, जिसमें लोग गुस्साए सांडों को वश में करने की कोशिश करते हैं.
19 Injured In Jallikattu Bull Festival: तमिलनाडु स्थित मदुरै के अवनियापुरम गांव में पोंगल के अवसर पर रविवार (15 जनवरी) को जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान कम से कम 23 लोग घायल हो गए. घायलों में से 13 को मदुरै राजाजी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. बता दें कि जल्लीकट्टू एक खतरनाक खेल होता है. इस खेल में भीड़ के बीच एक सांड को खोल दिया जाता है. जल्लीकट्टू के खेल में खिलाड़ियों को खुले सांड को कंट्रोल करना रहता है. इस खेल में बैलों को काबू करने के लिए खिलाड़ी उतरते हैं. इस खेल को पोंगल के अवसर पर मनाया जाता है.
विजेताओं को दोपहिया वाहन, कपड़े, गहने और पैसे दिए जाते हैं, और कई युवा पोंगल त्योहार के दौरान तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर जल्लीकट्टू कार्यक्रमों में भाग लेते हैं. उल्लेखनीय है कि पोंगल तमिलनाडु का सबसे बड़ा त्योहार है, जो 15 से 18 जनवरी तक मनाया जाता है.
जल्लीकट्टू को एरु थझुवुथल और मनकुविरत्तु के नाम से भी जाना जाता है. जल्लीकट्टू का खेल पोंगल का एक हिस्सा है. तमिल लोग इस खेल को जल्लीकट्टू मदुरै के गांव अवनियापुरम में 15 जनवरी को आयोजित किया गया है. यह खेल पलामेडु में और मंगलवार को अलंगनल्लूर में होगा.
खेल से पहले सुरक्षा को लेकर दिए गए थे बयान
मदुरै के जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने बताया, "अवनियापुरम में हमने जल्लीकट्टू के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध किए थे. खिलाड़ियों के साथ ही सांडों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की गई है. दर्शक भी सुरक्षित रहें, इसलिए जहां बैलों के साथ खेल खेला जाता है वहां 3 स्तर की बैरिकेडिंग लगाई गई है."
जिला कलेक्टर ने आगे बताया था, "हम SC के साथ-साथ तमिलनाडु सरकार के सभी नियमों का पालन करेंगे. अवनियापुरम में हाईकोर्ट का निर्देश है. केवल 25 खिलाड़ी ही (एक समय में) खेलेंगे. हम 300 से लेकर 800 से अधिक खिलाड़ियों (पूरे आयोजन में) के भाग लेने की उम्मीद कर रहे हैं."
क्या है जल्लीकट्टू?
पोंगल के त्योहार के दौरान, विशेष रूप से तमिलनाडु में, मवेशियों की पूजा की जाती है, जिसमें जल्लीकट्टू के नाम से एक आयोजन किया जाता है. जल्लीकट्टू के खेल में एक सांड को भीड़ के बीच छोड़ दिया जाता है. इस खेल में वहां मौजूद खिलाड़ी अधिक से अधिक समय तक सांड के कूबड़ को पकड़कर उसे काबू में करने की कोशिश करते हैं.