23 लेखकों को मिला साहित्य अकादमी पुरस्कार
देश भर की विभिन्न भारतीय भाषाओं के 23 लेखकों को साल 2017 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया.
नई दिल्ली: देश भर की विभिन्न भारतीय भाषाओं के 23 लेखकों को साल 2017 के साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया. साहित्य अकादमी के वार्षिक महोत्सव ‘फेस्टीवल आफ लेटर्स’ में लेखकों को तांबे की पट्टिका, एक शॉल और एक लाख रूपये नकद राशि दी गई. इस दौरान साल 2017 में अंग्रेजी, बोडो, तेलुगू, हिंदी और पंजाबी सहित सभी 23 भाषाओं में लिखी गई उत्कृष्ट्र साहित्य को सम्मानित किया गया.
पुरस्कार समारोह में साहित्य अकादमी के नए अध्यक्ष चंद्रशेखर कंबार ने कहा, "अकादमी देश के सभी समृद्ध और विविध साहित्यों को यहां साथ लाना जारी रखेगी." इस साल की अधिकतर पुरस्कृत किताबें सामाज और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित हैं.
अफसर अहमद की ‘सेई निखोंज मनुष्ठा’ बंगाली भाषा में लिखी गई है जो कि अपनी जमीन गंवाने वाले लोगों का संकट दिखाती है, वहीं असमी लेखक जयंत माधब बोरा की ‘मोरियाहोला’ विस्थापित लोगों के मुद्दों पर केंद्रित है. अंग्रेजी लेखक ममांग दाई की पुस्तक ‘द ब्लैक हिल’ अरूणाचल प्रदेश में भारत-तिब्बत सीमा पर जीवन के ऐसे मुद्दों की बात करती है जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है.
पुरस्कृत कवियों में उदय नारायण सिंह (मैथिली), श्रीकांत देशमुख (मराठी), भुजंगा टुडू (संथाली), निरंजन मिश्रा (संस्कृत) और टी देवीप्रिय (तेलुगू) शामिल हैं. पुरस्कृत लेखकों में शिव मेहता (डोगरी), गजानन जोग (कोंकणी), गायत्री सराफ (उड़िया) और मोहम्मद बेग एहसास (उर्दू) शामिल हैं.