Delhi News: दिल्ली के पंजाबी बाग थाना के मादीपुर इलाके में 23 साल की एक युवती द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है. युवती के परिजनों का आरोप है कि उसने ये कदम इलाके के ही एक युवक से प्रताड़ित होकर उठाया है, जो कुछ समय पहले तक युवती के साथ रिलेशनशिप में था. लेकिन जब युवती को इस बात की जानकारी हुई कि युवक शादीशुदा है, तो उसने रिलेशनशिप खत्म करनी चाहिए. परन्तु युवक ऐसा नहीं चाहता था और युवती पर लगातार दबाव बनाता रहा. उसे प्रताड़ित करता रहा, जिससे तंग आकर उसने जान दे दी. युवती के परिजनों का ये आरोप भी है कि पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की जिसकी वजह से उन्होंने अब सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए ट्विटर के माध्यम से इंसाफ की गुहार लगाई है. जब हमने आरोपी लड़के के 2 मोबाइल नम्बर पर कॉल करके सम्पर्क करना चाहा तो उसके दोनों नम्बर स्वीच ऑफ थे.
परिजनों की मानें तो 10 सितंबर कि सुबह उन्होंने युवती को बेसुध हालत में पाया. उसके मुंह से झाग निकल रहे थे. उन्होंने तुरंत ही इस मामले की जानकारी पुलिस को दी और फिर पीसीआर वैन की मदद से युवती को नजदीक के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर पता चला कि उसने कोई जहरीली वस्तु का सेवन किया हो सकता है. इसके बाद युवती को दूसरे अस्पताल में भेज दिया गया. जहां पर 19 सितंबर की देर रात युवती की मौत हो गई. 20 सितंबर को युवती के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया.
लड़की के पिता ने कहा कि मेरी बेटी कई सालों से इस युवक को जानती थी. जब वह 18 साल से कम उम्र की थी, तब से ही उसकी इस युवक के साथ जान पहचान थी. कुछ समय पहले मेरी बेटी को यह मालूम हुआ कि युवक पहले से ही शादीशुदा है. जिसके बाद उसने कहा कि अब उसे इस रिलेशनशिप में नहीं रहना है. उसी के बाद से युवक ने मेरी बेटी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. मेरी बेटी ने 9 तारीख को रात के समय या फिर 10 तारीख की सुबह सुबह कोई जहरीली वस्तु का सेवन किया. हमें अपनी बेटी के मोबाइल से एक स्क्रीनशॉट भी मिला है, जिसमें उसने व्हाट्सएप पर एक मैसेज लिखा हुआ है कि मेरी मौत का जिम्मेदार सुमित राजू सोनकर होगा. हमने 10 तारीख को ही दिल्ली पुलिस को इस मामले की जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने हमारे पास आकर हमसे बयान लेना उचित भी नहीं समझा. जो आईओ है, एएसआई बिजेंदर वह अस्पताल जरूर पहुंचे थे. लेकिन उन्होंने यह कहा कि जब आपकी बेटी होश में आ जाएगी तभी हम उसके बयान लेंगे. हम लोगों से कोई बयान नहीं लिए गए. अब जब हमारी बेटी की सोमवार को मौत हो गई तो हमने ट्विटर पर इस मामले को साझा किया ताकि किसी तरीके से हमारी बेटी को इंसाफ मिल सके. सुमित मेरी बेटी को लगातार धमकी देता था कि अगर मुझसे रिश्ता खत्म किया तो तेरे वीडियो लीक कर दूंगा. लड़की के पिता ने ये आरोप भी लगाया है कि आरोपी के पिता बीजेपी में थे, इस वजह से लड़का खुले आम धमकी देता है कि मेरे ऊपर सासंद प्रवेश वर्मा का हाथ है.
लड़की की बहन ने कहा कि सुमित राजू सोनकर मेरी बहन को प्रताड़ित करता था. उसे गंदी-गंदी गालियां देता था. धमकी देता था. यहां तक कि राह चलते हुए भी वह मेरी बहन के साथ मारपीट करता था. इन्हीं सब वजहों से तंग आकर मेरी बहन ने आत्महत्या की है. उसकी एक चैट भी है, जिसमें वह मेरी बहन को बहुत गंदी गंदी गालियां दे रहा है. हमने पुलिस से बात की थी. पुलिस को सारी जानकारी दी थी. कल पुलिस ने हमें मादीपुर चौकी में बुलाया था. हमने जब अपनी बहन का मोबाइल उनको दिया तो फिर पुलिस ने कहा कि अभी मोबाइल की जरूरत नहीं है. जब हमें जरूरत होगी तो हम मोबाइल मंगा लेंगे. पुलिस ने अभी तक हमारी कोई सुनवाई नहीं की है. 2020 में उस लड़के ने हमारे घर पर पत्थर मारे थे. तब भी मेरे पिता ने पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ था.
इस मामले में जब पश्चिमी जिला के डीसीपी से बात की गई तो उन्होंने कोई बात नहीं की. हालांकि व्हाट्सएप पर मैसेज के माध्यम से उन्होंने ये कहा कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. इसकी जांच करवाई जा रही है. डीसीपी ने मैसेज के माध्यम से जानकारी दी कि आईओ के मुताबिक लड़की के परिजनों ने लड़की के मरने के बाद ये आरोप लगाया है कि उसने आत्महत्या की है और उसके लिए सुमित जिम्मेदार है. मामले की जांच कराई जा रही है. डीसीपी ने ये भी दावा किया है कि इससे पहले लड़की या उसके परिजनों की तरफ से कभी कोई शिकायत नहीं की गई है.