भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के अबतक 40 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. जिनमें से सबसे ज्यादा 24 मामले इंदौर के हैं. कोरोना वायरस से इंदौर बेहाल है और शहर में शासन प्रशासन के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. इसके चलते अब इंदौर में एक अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है.
इस दौरान किराना, फल, सब्जी और दूध की दुकानें भी शहर में पूरे तरीके से बंद रहेंगी. जनता कर्फ्यू के दौरान शहर के कई इलाकों से लापरवाही की तस्वीरें सामने आईं थी. जिसका नतीजा संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
हर प्रयास नाकाफी और सख्ती की जरूरत
इंदौर में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 24 हो चुकी है. केंद्र और राज्य सरकार की कोशिशें संक्रमण को रोकने नाकाफी साबित हो रही हैं. इंदौर पर वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा मंडरा रहा है. कोरोना के तेजी से फैल रहे संक्रमण को रोकने अब और ज्यादा सख्ती से लॉक डाउन कराने की तैयारी शासन प्रशासन ने कर ली है.
इंदौर में किराना, दूध, सब्जी, फल की दुकानें पूरी तरीके से बंद करा दी गयी हैं, साथ ही इनकी होम डिलीवरी भी नहीं कराई जाएगी. वहीं इमरजेंसी को ध्यान में रखते हुए केवल चिन्हित मेडिकल स्टोर्स को ही खोले जाने की इजाजत प्रशासन ने दी है.
इंदौर से आने वालों को चेकअप के बाद एंट्री
इंदौर में तेजी से फैले कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर सोमवार से भोपाल इंदौर सीमा को सील कर दिया गया है. इंदौर से भोपाल आने वाले लोगों को अब हेल्थ चेकअप के बाद ही भोपाल जिले की सीमा में एंट्री दी जाएगी.
इसके साथ ही उन्हीं लोगों को शहर में आने दिया जाएगा जिनके पारस वाजिब कारण हो, सीहोर नाके पर पुलिस की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग के अमले को भी तैनात किया गया है. भोपाल डीआईजी इरशाद वली और कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने खुद मौके पर पहुंचकर तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
देश का सबसे कड़ा लॉकडाउन इंदौर में
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को काबू करने के लिए देश का सबसे कड़ा लॉकडाउन करना पड़ा है. सोमवार से 3 दिन यानी 1 अप्रैल तक इंदौर की सड़कों पर वाहन नहीं चलेंगे, केवल मेडिकल इमरजेंसी के वाहनों को ही एक जगह से दूसरी जगह जाने की इजाजत होगी.
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि किसी भी चीज की दुकान नहीं खुलेगी केवल कुछ मेडिकल की दुकानों को खोलने की इजाजत है. वहीं सामानों की होम डिलीवरी भी नहीं कराई जाएगी क्योंकि इससे भी संक्रमण के फैलने का खतरा है.
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