नई दिल्ली: देश में बच्चा चोरी की अफवाहों के बाद से पिछले दो महीने में अबतक भीड़ ने 25 लोगों की हत्या कर दी है. महाराष्ट्र में पिछले डेढ़ महीने में बच्चा चोरी की अफवाह में पीटे जाने की 14 घटनाएं हुई, जिसमें दस लोगों की जान गई है. इसी तरह देश में पिछले दो महीने में अफवाह के खौफ में आई भीड़ ने 25 लोगों को पीट-पीट कर मार दिया है.


दरअसल लोग बिना सोचे-समझे अफवाहों वाले मैसेज को पढ़ रहे हैं और आगे बढ़ा रहे हैं. इस तरह एक फोन से होते हुए अफवाहों का ये खौफ दूसरे फोन तक पहुंच रहा है. गांव-गांव शहर-शहर वायरल मैसेज लोगों को डरा रहे हैं.

वायरल मैसेज में क्या लिखा है?

वायरल मैसेज में तस्वीर के साथ बताया जा रहा है, ‘’कृपया सावधान रहें मटेल गगास मनेला आदि जगहों पर 15-20 लोगों की टोली आई है. उनके साथ बच्चे और लेडिज भी हैं और उनके पास हथियार भी हैं. आधी रात को किसी भी वक्त आते हैं और बच्चे के रोने की आवाज आती है. कृपया दरवाजा ना खोलें. प्लीज ज्यादा से ज्यादा ग्रुप में शेयर करें. ये स्थानीय पुलिस की तरफ से मैसेज है. पूरे एरिया में दो-तीन दिन में फैल जाना चाहिए. अपनी सुरक्षा अपने हाथ, सावधान रहें, जनहित में जारी.’’

व्हाटसएप को नोटिस भेजकर सरकार ने मांगा जवाब

यही मैसेज अलग-अलग शहरों में जगह का नाम बदल कर वायरल हो रहे हैं. ऐसे मैसेज लोगों में खौफ पैदा करते हैं और तब कोई संदिग्ध भीड़ के सामने पड़ जाता है तो जानलेवा हमला होता है. ऐसी घटनाओं के बाद देश के केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने व्हाटसएप को नोटिस भेजा और तीखी चेतावनी जारी की है.

इसपर व्हाटसएप ने कैलिफोर्निया से जवाब भेजा है कि वो इस तरह के हमलों से भयभीत है. व्हाटसएप ने कहा है कि अफवाहों और गलत खबरों को सरकार, सिविल सोसाइटी और तकनीकी कंपनियां मिल कर रोक सकती हैं. व्हाटसएप ने एक नया फीचर जोड़ा है, जिसमें ग्रुप एडमिन तय करेगा कि कौन मैसेज भेज सकता है. ये कोशिश भी हो रही है कि मैसेज बिना पढ़े फॉरवर्ड ना किया जा सकें.

एबीपी न्यूज़ की अपील

ध्यान रखें कि सरकार और व्हाटसएप के साथ ये जिम्मेदारी आपकी भी बनती हैं. हर मैसेज पर यकीन ना करें और किसी भी मैसेज को बिना सोचे समझे आगे ना बढ़ाएं. वर्ना खौफ फैलता जाता है और इतना फैल जाता है कि जानलेवा हो जाता है.