(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मुंबई लोकल ट्रेन से गिरकर एक साल में 2507 लोगों की मौत, लाइन क्रॉस करने के चलते इस शहर में हुईं सबसे ज्यादा मौतें
Mumbai Local Train: एक साल में सेंट्रल और वेस्टर्न लाइनों को मिलाकर ट्रेन से गिरकर 700 यात्रियों की मौत हुई है.
Mumbai Local Train: बीते एक साल में मुंबई की लाइफ लाइन मानी जाने वाली मुंबई लोकल ट्रेन (Mumbai Local Train) से गिरकर या इसकी चपेट में आने से कुल 2507 लोगों की मौत हुई है. रेलवे के जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते एक साल में सेंट्रल और वेस्टर्न लाइनों को मिलाकर ट्रेन से गिरकर 700 यात्रियों की मौत हुई है.
अन्य लोगों में वो लोग शामिल हैं जिनकी मौत रेलवे लाइन क्रॉस करते समय या फिर ट्रेन में यात्रा करते समय खंभे से टकराने की वजह से हुई है. रेल प्रशासन व रेलवे सुरक्षा बलों तमाम प्रयासों के बावजूद रेल से संबंधित दुर्घटनाओं में यात्री जिस तरह से अपनी जान गवा रहे हैं ये चिंता का विषय बना हुआ है. बढ़ते रेल हादसों के पीछे जानकर बताते हैं कि, इन सब के पीछे यात्रियों की अपनी लापरवाही है. यात्री अक्सर रेलवे द्वारा स्टेशन परिसर में या फिर ट्रेन के अंदर की जानेवाली घोषणाओं को नजरअंदाज करते हैं. साथ ही साथ पीक टाइम में स्टेशन पर इकट्ठा होने वाली भीड़ है.
पढ़ें रेलवे के जारी किए गए आंकड़े क्या बताते हैं...
(साल 2022 के आंकड़े)
सेंट्रल लाइन- मध्य रेलवे
1. लाइन क्रोस करने के कारण
- महिला- 77
- पुरूष- 577
सबसे ज्यादा मौते- (लाइन क्रॉस करने के कारण)
- ठाणे स्टेशन- 127
- कुर्ला स्टेशन- 101
2. ट्रेन से गिरकर हुई मौतें
- महिला- 31
- पुरूष- 479
सबसे ज्यादा मौते- (ट्रेन से गिरने के कारण)
- कल्याण- 105
- ठाणे- 89
वेस्टर्न लाइन- पश्चिम रेलवे
1. लाइन क्रोस करने के कारण
- महिला- 39
- पुरूष- 425
सबसे ज्यादा मौतें- (लाइन क्रॉस करने के कारण)
- बोरीवली- 140
- वसई- 113
2. ट्रेन से गिरकर हुई मौते
- महिला- 21
- पुरूष- 169
सबसे ज्यादा मौतें- (ट्रेन से गिरने के कारण)
- बोरीवली- 40
- वसई- 67
(इसके अलावा कई अन्य कारणों से मौत हो गई है मौते हुई हैं)
बीते 6 दिसंबर के दिन मुंबई के माहिम इलाके का रहने वाला 10 साल का फरहान अंसारी नमाज़ पढ़ने के लिए अपने 2-3 दोस्तों के साथ माहिम से बांद्रा के तरफ निकला. इसी दौरान ट्रेन में सफर करने के दौरान फरहान अचानक ट्रेन से नीचे गिर गया. एक्सीडेंट में फरहान को अपनी एक टांग गवानी पड़ी लेकिन समय रहते ही बांद्रा स्टेशन पर मौजूद जीआरपी पुलिस कांस्टेबल चेतन टाटू ने बहादुरी दिखाते हुए फरहान को नजदीक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया. इस वक़्त फरहान का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
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