नई दिल्ली: लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार इकबाल सिंह को तीस हज़ारी कोर्ट ने 7 पुलिस रिमांड पर भेज दिया. दिल्ली पुलिस ने आज करीब पांच बजे तीस हज़ारी कोर्ट में इकबाल को पेश किया जहां पुलिस ने 10 दिनों की पुलिस रिमांड मांगी. जज ने मामले में सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस से पूछा कि इकबाल की तरफ से कौन वकील हैं? पुलिस ने कहा कोई नहीं हैं. जज ने इकबाल के लिए सरकारी वकील मुहैया करवाने के लिए कहा.


पुलिस ने दलील दी कि इकबाल मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है. वह पंजाब से है. सोशल मीडिया पर 100 के आस पास वीडियो मिले हैं. हमें इन सभी वीडियो को लेकर पूछताछ करने की जरूरत है. जो लोग उसके साथ आए थे, वे कौन से लोग हैं? उनके किससे संबद्ध हैं? हमें उन सभी लिंक को खोजने की आवश्यकता है.


पुलिस ने कहा कि 26 जनवरी की घटना अचानक नहीं हुई थी यह सुनियोजित थी. हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि वह किस मीडिया हाउस, राजनीतिक दल आदि से संबद्ध है. यह एक बड़ी साजिश थी. हमें दीप सिद्धू से उसका लिंक ढूंढना होगा. जिस तरह से झंडा फहराया गया था, विशेष रस्सियां ​​लाई गईं, विशिष्ट ट्रैक्टर बनाए गए. यह एक बड़ी साजिश है.


इसके साथ ही पुलिस ने कहा कि हमें यह स्थापित करने की जरूरत है कि उसकी फंडिंग कहां से आ रही है. हमारे पास खुफिया जानकारी है कि विदेशी फंडिंग भी हो सकती है. उस पहलू की जांच करने की आवश्यकता है. यह एक सुनियोजित घटना थी, जिसके लिए हमारे पास पहले से ही एक अन्य आरोपी की हिरासत है. इन सभी पहलुओं के साथ उसका सामना जरूरी है.


कोर्ट ने पुलिस की दलील सुनने के बाद इकबाल को सात दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. अब क्राइम ब्रांच इकबाल से पूछताछ कर हिंसा में शामिल अन्य लोगों की जानकारी जुटाने की कोशिश करेगी. वहीं इकबाल सिंह का कहना है कि उसके पास कोई पैसा नहीं है. उसने कहा कि आप मेरा खाता देख सकते हैं.


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