RSS Meeting: झुंझनू में संघ (RSS) की तीन दिवसीय बैठक (Three Day Meetingh) संपन्न हो गई है. अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने पत्रकारों से बात की और बताया कि दो साल के बाद हुए संघ शिक्षा वर्गों में 40 वर्ष से कम आयु के 18981 व 40 वर्ष से अधिक आयु के 2925 शिक्षार्थियों ने वर्ग में सहभागिता की. इस वर्ष पूरे देश के प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के 101 वर्गों में कुल 21906 संख्या रही. उन्होने कहा कि संघ कार्य फिर से गतिमान हो रहा है. कोरोना (Corona) के कारण प्रभावित हुआ शाखा कार्य फिर से शुरु हो गया है. वर्तमान में शाखाओं की संख्या 56824 है. 'स्वावलंबी भारत अभियान' में 22 संगठनों ने 4000 से अधिक युवाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया है. उन्होने कहा कि 2025 में संघ कार्य को प्रारम्भ हुए सौ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं. संघ के शताब्दी वर्ष की व्यापक विस्तार योजना बनी है.
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक की यह मीटिंग झुंझुनू के खेमी शक्ति मंदिर परिसर में हुई. आपको बता दें कि कोरोना काल के बाद यह प्रत्यक्ष प्रांत प्रचारक बैठक हुई जिसमें संगठनात्मक कार्यों के साथ आगामी योजनाओं पर विस्तार और उसकी गतिविधियों पर बात चीत हुई. झुंझुनू में आयोजित इस तीन दिवसीय बैठक में आर एस एस के सरसंघचालक मोहन भागवत, सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य, आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, आर.सी. मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, के अलावा 45 प्रांत प्रचारकों की तीन दिवसीय बैठक हुई.
सुनील आंबेकर ने शाखाओं के बारे में जानकारी
आर एस एस की इस तीन दिवसीय बैठक के बाद आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी कि दो वर्ष बाद हुए संघ शिक्षा वर्गों में 40 वर्ष से कम आयु के 18 हजार 981 व 40 वर्ष से अधिक आयु के 2 हजार 925 शिक्षार्थियों ने वर्ग में सहभागिता की. इस वर्ष पूरे देश के प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के 101 वर्गों में कुल 21 हजार 906 संख्या रही. आंबेकर ने आगे बताया, 'आरएसएस का काम एक बार फिर तेजी से संपन्न हो रहा है. कोरोना संक्रमण की वजह से प्रभावित हुए शाखा का काम एक बार फिर से स्टार्ट हो गया है. मौजूदा समय शाखाओं की संख्या 56 हजार 824 है.'
पूरे देश में एक लाख जगहों पर शाखाओं का लक्ष्य
आरएसएस (RSS) के सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने मीडिया को बताया कि आने वाले 2025 में आरएसएस (RSS) को स्थापित हुए एक सौ साल पूरे हो रहे हैं. संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर एक व्यापक विस्तार योजना बनाई गई है. साल 2024 तक देश भर में एक लाख स्थानों पर शाखाओं को ले जाएंगे. आरएसएस इस बात की कोशिश कर रहा है कि समाज के सभी वर्गों को संघ के किए गए काम से लाभ मिले और समाज जागरण के साथ देश में सामाजिक सकारात्मक का वातावरण बने. इस बैठक में पिछले वर्ष की समीक्षा और आने वाले 2 वर्षों के कार्य योजनाओं का लक्ष्य लिया गया.
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