नई दिल्लीः कल जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों ने तीन आतंकियों को मार गिराया. हालांकि इस हमले में सेना के एक जवान घायल होने के बाद शहीद हो गए. शहीद हुए जवान का नाम शिवकुमार है और वो सिपाही के तौर पर तैनात थे.


रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने ये जानकारी दी थी कि उत्तरी कश्मीर में बांदीपुरा जिले के दाना वन इलाके में सेना और आतंकियों के बीच चली मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए. आज सेना ने सिपाही शिव कुमार को आखिरी सलामी देते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी.


रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने जो जानकारी दी उसके मुताबिक शनिवार को सुरक्षाबलों को उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा में कुछ आतंकियों के इलाके में छिपे होने की इनफॉर्मेशन मिली जिसके बाद सुरक्षा बलों ने छापेमारी शुरू कर दी और पूरे इलाके को घेर लिया था. इसके बाद आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी और कई घंटों तक चली कार्रवाई में सेना ने 3 आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता हासिल की.


सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ कल खत्म होने के बाद जवानों ने सर्च ऑपरेशन भी चलाया जिसमें भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी की गई.


सेना ने बांदीपोरा मुठभेड़ में शहीद सैनिक को दी श्रद्धांजलि
सेना ने जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आंतकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद सिपाही शिव कुमार को रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।


चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट की अगुवाई में सभी रैंकों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी. सिपाही शिव कुमार शनिवार को मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी भी मारे गए थे. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की.


उन्होंने बताया कि शिव कुमार (32) को बांदीपोरा के दाना वन क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान गोलियां लगीं थीं जिसके बाद जवान शिव कुमार शहीद हो गए. उन्हें गोली लगी थी जिसके बाद उन्हें तुरंत प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई गई और इसके बाद 92 बेस हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन अपनी गंभीर घावों की वजह से वो जिंदगी की जंग हार गए.


वह 2005 में सेना में शामिल हुए थे और किश्तवाड़ जिले के करूर गांव के रहने वाले थे. उनके परिवार में पत्नी, तीन बच्चे और माता पिता हैं. उन्होंने बताया, ‘शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक निवास ले जाया गया जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.' उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सेना शहीद के परिवार के साथ खड़ी है.