Tamil Nadu Stolen Idols: तमिलनाडु की मूर्ति शाखा ने राज्य से क्रिस्टी के नीलामी घर, सोदबी और मैनहट्टन में चोरी की गई तीन मूर्तियों का पता लगाया और उन्हें वापस लाने के लिए कदम भी उठाए. पुलिस महानिदेशक (DGP) के जयंत मुरली ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.


न्यूयॉर्क में अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर सुभाष कपूर की गैलरी से मैनहट्टन में जिला वकील के कार्यालय की ओर से जब्त की गई बुद्ध की मूर्ति को वापस लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और अब उसके गोदाम में भगवान नटराज की एक कांस्य मूर्ति और अलिंगना मूर्ति (चंद्रशेखर और उनकी पत्नी चंद्रशेखर अम्मन) उपलब्ध है.


मुरली ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर तमिलनाडु में बुद्ध की मूर्ति लाने के लिए कागजात जमा किए जाएंगे और इसे कांचीपुरम जिले के अरापक्कम में अपने मूल स्थान पर फिर से स्थापित किया जाएगा.


रोकी गई मूर्तियों की नीलामी


नटराज की मूर्ति को फ्रांस की राजधानी पेरिस में नीलामी घर में क्रिस्टी ने नीलामी के लिए लिस्ट किया था. मूर्ति की बोली का मूल्य 2 लाख यूरो से 3 लाख यूरो (लगभग 1.76 करोड़ रुपये से 2.64 करोड़ रुपये) था.


एक तस्वीर देखी गई थी, जो 1950 के दशक के अंत में पांडिचेरी में फ्रांसीसी संस्थान की ओर से ली गई थी. यह तस्वीर उसी नटराज मूर्ति से मिलती-जुलती थी, जिसकी 1970 के दशक के आसपास थूथुकोडी जिले के कयाथर से चोरी का संदेह था.


डीजीपी ने भारतीय राजदूत को किया फोन


एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि चूंकि मूर्ति के स्वामित्व को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत थे, इसलिए भारत और विदेशों में अधिकारियों को नीलामी रोकने के लिए सतर्क कर दिया गया था.


डीजीपी ने एक ट्वीट भी किया और फोन पर फ्रांस में भारतीय राजदूत जावेद अशरफ से व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया. आइडल विंग को उम्मीद है कि जल्द ही मूर्ति को फिर से प्राप्त कर लिया जाएगा और इसे अकिलंदेश्वरी सहिता कोठंडारामेश्वर मंदिर में पुनर्स्थापित कर दिया जाएगा.


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