नई दिल्ली: 26 मई को नरेंद्र मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं. तीन साल में कैसा रहा मोदी सरकार का काम? क्या सोचते हैं देश के लोग? ये समझने के लिए एबीपी न्यूज ने CSDS-लोकनीति के साथ देश का मूड समझने की कोशिश की है. हमने ये समझने की कोशिश की कि अगर अभी चुनाव हुए तो कैसी होगी राजनीतिक तस्वीर?


पूर्वी भारत में कौन कितना भारी?

बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, पूर्वोत्तर के राज्यों में एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक मोदी सरकार बढ़त बनाई हुई है. मोदी सरकार के कामकाज से लोग खुश हैं. यदि अभी चुनाव हो तो पूर्वी भारत के 142 सीटों में एनडीए को 71, यूपीए को 25 और अन्य को 46 सीटें मिलने की संभावना है. कुल मिलाकर कहें तो 2014 की तुलना में पूर्वी भारत में करीब 16 सीटें अधिक मिल सकती हैं.

पूर्वी भारत में वोट शेयर?

यदि अभी चुनाव हो तो एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक, एनडीए को 42 प्रतिशत, यूपीए को 23 प्रतिशत, अन्य को 35 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की उम्मीद है. इसमें सबसे अहम यह है कि पूर्वी भारत में एनडीए का वोट शेयर करीब 14 प्रतिशत बढ़ रहा है.

उत्तर भारत में किसको कितनी सीटें?
यूपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक मोदी सरकार को नुकसान होता दिख रहा है. उत्तर भारत की कुल 151 सीटों की बात करें तो सर्वे के मुताबिक एनडीए को 116, यूपीए को 15, अन्य को 20 सीटें मिलने की संभावना है.

उत्तर भारत में वोट शेयर
यदि अभी चुनाव हो तो सर्वे के मुताबिक एनडीए को 50 प्रतिशत, यूपीए को 18 प्रतिशत और अन्य को 32 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की संभावना है. लेकिन सबसे अहम बात यह है कि सर्वे के मुताबिक एनडीए का वोट शेयर तो 6 प्रतिशत बढ़ रहा है लेकिन करीब 15 सीटें कम हो सकती हैं.

पश्चिम-मध्य भारत में किसको कितनी सीटें?
महाराष्ट्र, गुजरात, एमपी, छत्तीसगढ़ में एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक एनडीए के सीटों में हल्का नुकसान होने की संभावना है. सर्वे के मुताबिक एनडीए को 105, यूपीए को 12 और अन्य को एक सीट मिल सकती है.

पश्चिम-मध्य भारत में वोट शेयर
सर्वे के मुताबिक वोट शेयर में एनडीए को हल्की बढ़त होने के बावजूद सीटों की संख्या में हल्की कमी हो सकती है. एनडीए को 56 प्रतिशत, यूपीए को 32 प्रतिशत और अन्य के हिस्से 12 प्रतिशत वोट जाने की उम्मीद है.

दक्षिण भारत में किसको कितनी सीटें?
यदि अभी चुनाव हो तो एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना, केरल में एक सीट का नुकसान होते दिख रहा है. कुल 132 सीटों में एनडीए को 39 सीट, यूपीए को 52 सीटें, अन्य को 41 सीटें मिलने की संभावना दिख रही है. 2014 की तुलना में यूपीए की सीटों में भारी बढ़ोत्तरी होती दिख रही है. यूपीए की 29 सीटों में इजाफा हो रहा है जबकि अन्य को 28 सीटों का नुकसान होने की संभावना है.

दक्षिण भारत में वोट शेयर
यदि अभी चुनाव हो तो एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना, केरल में एनडीए के वोट शेयर में बढ़ोत्तरी होती दिख रही है. लेकिन सीटों की संख्या में यूपीए को भारी बढ़ोत्तरी होने की संभावना है. एनडीए को 33 प्रतिशत, यूपीए को 34 प्रतिशत और अन्य के हिस्से 33 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की उम्मीद दिख रही है.

पूरे देश में किस दल को कितनी सीटें?
यदि अभी चुनाव हो तो एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक, अभी भी पीएम मोदी का जादू चल रहा है. कुल 543 सीटों की बात करें तो एनडीए को 331, यूपीए को 104, अन्य को 108 सीटें मिलने की संभावना है. सर्वे की मानें तो अभी यदि चुनाव हो तो बीजेपी अभी भी पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है. इस सर्वे में सबसे अहम यह है कि यूपीए की सीटों में भी भारी बढ़ोत्तरी होती दिख रही है. 2014 की तुलना में यूपीए की 44 सीटें बढ़ने की उम्मीद है. अन्य को भारी नुकसान हो सकती है.

पूरे देश में वोट शेयर

एबीपी न्यूज CSDS-लोकनीति सर्वे के मुताबिक, एनडीए के वोट शेयर में करीब 7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. एनडीए को 45 प्रतिशत, यूपीए तो 27 प्रतिशत और अन्य को 22 प्रतिशत वोट मिल सकता है.

69 प्रतिशत लोग मोदी सरकार के काम को अच्छा या बहुत अच्छा बता रहे हैं. सर्वे के मुताबिक 23 प्रतिशत लोग तीन साल के मोदी के काम को बहुत अच्छा बता रहे हैं. जबकि 46 प्रतिशत लोग अच्छा बता रहे हैं. सिर्फ 9 प्रतिशत लोगों ने खराब और 15 प्रतिशत लोगों ने बहुत खराब बताया है.

लोकप्रियता के मामले में भी मोदी काफी आगे निकल चुके हैं. पीएम मोदी 44 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं तो राहुल गांधी महज 9 प्रतिशत लोगों की पसंद.

कैसे हुआ सर्वे?
यह सर्वे 1 मई से 15 मई के बीच की गई है. 19 राज्यों की 146 विधानसभा सीटों की 584 पोलिंग के 11373 लोगों से बातचीत की गई है.

यह भी पढ़ें-

ABP न्यूज सर्वे: यूपी, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में कौन किस पर कितना भारी?

बिहार, बंगाल, ओडिशा, झारखंड, पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी की बल्ले-बल्ले: सर्वे

दक्षिण भारत में किसको कितनी सीटें?