कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया बोलीं, मोदी सरकार के तीन साल निराशाजनक
नई दिल्ली: देश के मौजूदा राजनीतिक हालात, संगठन चुनाव और आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई. बैठक में सोनिया गांधी ने मोदी सरकार के तीन साल के कामकाज को निराशाजनक बताया.
सोनिया गांधी ने कश्मीर के मौजूदा हालात पर चिंता जताई. सोनिया गांधी ने कहा, ''कश्मीर के हालात मोदी सरकार की नाकामी हैं. वहां पहले अमन था, लेकिन अब टकराव, तनाव और डर है.''
सीडब्लूसी की बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''कार्यसमिति का बैठक में GSLVMK3 के सफलतापूर्वक लॉन्च के लिए इसरो को बधाई दी गई. पिछले 60 सालों में कांग्रेस जो सपना देखा था. इसरो उस पर आगे बढ़ रहा है.''
मोदी सरकार के तीन साल पर गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''सरकार चाहे जितनी खुशियां मनाए, खुशियां मनाने के लिए चाहे जितना सरकारी पैसे का दुरुपयोग करे लेकिन देश के लिए ये तीन साल बेहद निराशाजनक ही रहे. इन तीन सालों में एनडीए की सरकार में सिर्फ डर और भय दिखा. ये डर किसी एक व्यक्ति या विपक्ष तक ही सीमित नहीं रहा. इस देश के दलित, महिलाओं, अल्पसंख्यक इस भय का शिकार हो रहे हैं.''
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''जो मीडिया सरकार की लाइन पर नहीं चलती उसके साथ क्या होता है उसका एक नमूना हमने कल 24 घंटे देखा. जहां लाखों हजारों करोड़ पबैंक का बकाया बैंका कई लोगों के पास है उससे हिन्दुस्तान का नुकसान नहीं हुआ लेकिन एक चैनल से 50 करोड़ से देश की सरकार हिल गयी.''
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''दलितों के साथ क्या हो रहा है अभी हमने सहारनपुर में देखा. आदिवासियों के साथ क्या हो रहा है हम तीन साल से देख रहे हैं. हमारी बहनों, बहू और बेटियों के साथ जो अपराध हुए अपने आप में एक मिसाल हैं. एनडीए सरकार में बहन बेटियों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है.''
गुलाम नबी आजाद ने कहा, "यर सरकार 'सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ आयी थी, लेकिन इस सरकार ने इसका बिल्कुल उलटा किया. ये सिर्फ नारों और पब्लिसिटी की सरकार है. ये टीवी पर तो हीरो दिखती है लेकिन जमीन पर जीरो है."
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''हर साल 12,500 किसान आत्महत्या करते हैं. आज भी किसानों का प्रदर्शन चल रहा है. तीन साल में बेरोज़गारी बढ़ी, महंगाई बढ़ी, नोटबंदी से जीडीपी ग्रोथ दर पर इतना बड़ा असर पड़ा नुकसान हुआ.''
सरकार के तीन साल पर हमला बोलते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''सरकार ने कहा था कि पांच साल में दस करोड़ रोजगार दिए जाएंगे और एक साल में दो करोड़ रोजगार दिए जाएंगे लेकिन नई नौकरी तो किसी को मिली नहीं लेकिन जो करोड़ों लोग बेकार और बेरोजगार हो गए.''
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, पी चिदंबरम, अंबिका सोनी, जनार्दन द्विवेदी, दिग्विजय सिंह समेत कई बड़े नेता शामिल हुए.''