नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम चुनाव में किस्मत आजमा रहे 2315 उम्मीदवारों में से 697 उम्मीदवार करोड़पति हैं. इतना ही नहीं कुल 30 फीसदी करोड़पति उम्मीदवारों में से 7 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक मामलों से भी घिरे हैं.
निगम चुनाव उम्मीदवारों के नामांकन हलफनामों के आधार पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की जारी रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक करोड़पति उम्मीदवार उतारने के मामले में कांग्रेस सबसे आगे रही. कांग्रेस के कुल 256 उम्मीदवारों में 163 (64 प्रतिशत) करोड़पति हैं जबकि बीजेपी के 260 उम्मीदवारों में 141 (54 प्रतिशत) और आप के 250 में से 104 (42 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं.
करोड़पति उम्मीदवार मैदान में उतारने के मामले में क्षेत्रीय दल भी पीछे नहीं हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 38 में 9 (24 प्रतिशत) उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी के 191 में से 41 (22 प्रतिशत) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 12 में से 1 (8 प्रतिशत) करोड़पति उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है. इन सभी उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग में नामांकन के साथ पेश हलफनामे में अपनी संपत्ति की कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा बतायी है.
रिपोर्ट के मुताबिक निगम चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की संपत्ति की औसत कीमत 1.61 करोड़ रुपये प्रति उम्मीदवार आंकी गयी है. अगर पार्टियों के लिहाज से देखा जाये तो कांग्रेस ने सबसे धनी उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. इसमें कांग्रेस के प्रत्येक उम्मीदवार की संपत्ति का औसत मूल्य 4.36 करोड़ रुपये, बीजेपी के उम्मीदवारों की संपत्ति का मूल्य 2.89 करोड़ रुपये.
आप के उम्मीदवार 1.65 करोड़ रुपये, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार 92.38 लाख रुपये और बसपा के उम्मीदवार 89.59 लाख रुपये कीमत की संपत्ति के मालिक हैं. आर्थिक हालत के लिहाज से वामपंथी दलों के उम्मीदवार कमजोर पाये गये हैं. माकपा के 16 उम्मीदवारों की संपत्ति का औसत मूल्य 19.20 लाख रुपये और भाकपा के 12 उम्मीदवार औसतन 23.04 लाख रुपये की संपत्ति के मालिक हैं जबकि इसके उलट 1051 निर्दलीय उम्मीदवारों की संपत्ति का औसत मूल्य 97.79 लाख रुपये प्रति उम्मीदवार है.
संपत्ति के अलावा आपराधिक रिकॉर्ड के मामले में 2315 उम्मीदवारों में से 173 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं जबकि 116 उम्मीदवारों (5 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की फेहरिस्त में भी कांग्रेस अव्वल है. पार्टी के 35 उम्मीदवारों (14 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि बीजेपी के 26 उम्मीदवारों (10 प्रतिशत), आप के 21 (8 प्रतिशत) और बसपा के 13 उम्मीदवारों (7 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले विभिन्न अदालतों में चल रहे हैं. तीन नगर निगमों के 272 वार्ड के लिये 23 अप्रैल को मतदान होना है.