नई दिल्लीः कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हर किसी की नजर वैक्सीन पर टिकी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक हुई. सर्वदलीय बैठक में बताया गया कि सबसे पहले वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स को दी जाएगी. इनकी संख्या एक करोड़ के करीब होगी.


हेल्थवर्कर्स के बाद फ्रंट लाइन पर काम करने वाले करीब दो करोड़ लोगों को वैक्सीन मिलेगी. इन दोनों ग्रुप को वैक्सीन देने के बाद देश के करीब 27 करोड़ सीनियर सिटीजन को वैक्सीन दी जाएगी. बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने इसका प्रजेंटेशन दिया.


देश में कुछ हफ्तों वैक्सीन आने की संभावना


वहीं, बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन कुछ ही हफ्तों में आ जाएगी. पीएम मोदी ने बताया कि करीब आठ संभावित वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं. भारत की अपनी तीन वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है. पीएम ने कहा कि विशेषज्ञ मान रहे हैं कि वैक्सीन के लिए बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. कुछ हफ्तों में कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जाएगी. बैठक में पीएम मोदी ने इस बात के संकेत भी दिए कि कोरोना की वैक्सीन पहले कोरोना वॉरियर्स और बुजुर्गों को मिल सकती है.


राज्यों की सहभागिता से तय होगी वैक्सीन की कीमत


पीएम मोदी ने बताया कि सरकार ने एक नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया है, जिसकी सिफारिश के आधार पर ही काम किया जाएगा. वैक्सीन की कीमत पर केंद्र और राज्य मिलकर फैसला लेंगे. वैक्सीन की कीमत के फैसले पर राज्यों की सहभागिता रहेगी.


वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बैठक के बाद संसद का सत्र बुलाए जाने की मांग की, जिससे हर विषय पर विस्तार से चर्चा हो सके. बैठक से पहले राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी से यह बात स्पष्ट करने के लिए कहा कि हर भारतीय को फ्री कोरोना वैक्सीन कब तक दी जाएगी. बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने भी केंद्र सरकार से वैक्सीन से को लेकर कई सवाल पूछे.


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