जल्द ही जल्द ही शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होने जा रही है. लेकिन भारत के चार प्रमुख संस्थानों IIT, NIT, IIM और IISERs में 38% सामूहिक संकाय की कमी देखी जा रही है. वहीं, IIM में सबसे ज्यादा 78 फीसदी पद खाली हैं. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अनुसार, IIT, NIT, IIM, IISERs, और सेंट्रल यूनिवर्सिटी फिलहाल 14,372 पद खाली है.


मंत्रालय के अनुसार, यह रिक्तियां, रिटायरमेंट, इस्तीफे और छात्रों की मांग के कारण हुई हैं. एक संस्थान के निदेशक ने इस बारे में बताया, "पिछले 2 दशकों से इन संस्थानों में रिक्त पदों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि, पीएचडी विभाग पर इसका असर देखने को नहीं मिला है." उन्होंने आगे कहा कि कई बार संस्थानों को मांग के मुताबिक फंड नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह पद खाली ही रह जाते हैं."


रिक्त पदों को जल्द भरने की जरूरत 


मणिपाल ग्लोबल के बोर्ड अध्यक्ष मोहनदास पई कहते हैं, "अभी के समय में सबसे बड़ी समस्या पैसों की है. केंद्र सरकार की इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. यदि पैसों की समस्या दूर होती है तो इन रिक्त पदों को फिर से भरा जा सकता है." उन्होंने आगे कहा, "केंद्र को संस्थानों के काम करने के तरीके को फिर से तैयार करना होगा, और रिक्त पदों को भरने के सख्त निर्देश देने होंगे."


इन संस्थानों में खाली है हजारों पद 


बता दें कि इस समय IIM में सबसे ज्यादा 74 फीसदी पद रिक्त हैं. कुल 934 पदों को भरे जाने की जरूरत है. वहीं, IIT में 3,876, NIT में 2,736, IISERs में 137 पद खाली हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय विश्वविद्यालयों को सामूहिक रूप से 6,210 पदों को भरने की जरूरत है. इसके अलावा, इन संस्थानों और विश्वविद्यालयों में 58,138 स्वीकृत गैर-शिक्षण पद हैं. वहीं, 13,101 पद खाली हैं.


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