नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ लॉन्च किया है. इस अवसर पर एविएशन मंत्रालय ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना ‘उड़ान’ के चौथे चरण की शुरुआत की है. इसके तहत देश के छोटे शहरों और दुर्गम इलाक़ों को मुख्य शहरों से जोड़ने वाले 392 नए हवाई मार्गों के बिडिंग का प्रोसेस शुरू कर दिया गया है.


देश के दुर्गम इलाक़ों को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा


उड़ान 4.1 के तहत देश में छोटे एयरपोर्ट बनाए जाएंगे. साथ ही दुर्गम और पहाड़ी इलाकों में स्पेशल हेलिकॉप्टर के लिए हेलीपैड भी बनाए जाएंगे. इनके अलावा सीप्लेन रूट भी तैयार किए जाएंगे. शिपिंग मंत्रालय की सागरमाला योजना के सहयोग से देश के 8 जल मार्गों पर हवा से पानी में उतरने वाले छोटे सीप्लेन रूट तैयार किए जा रहे हैं.


राज्यों की मांग पूरा करेगी उड़ान 4.1 योजना


सिविल एविएशन मंत्रालय की सचिव उषा पढ़ी ने बताया कि उड़ान 4.1 के अंतर्गत उन हवाई मार्गों को तैयार किया जाएगा, जिनकी मांग राज्यों और केंद्र शाशित प्रदेशों की ओर से की गई थी. इनमें कई ऐसे रूट भी शामिल किए जाएंगे, जिन्हें पहले रद्द कर दिया गया था.


क्या है उड़ान योजना


उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) और रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम इन दो स्कीमों के माध्यम से एविएशन मंत्रालय आम यात्रियों को सस्ती और छोटे शहरों की यात्रा का प्रबंध करने में जुटा हुआ है. इसके तहत एयर ट्रांसपोर्ट इंफ़्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट का काम पूरे देश में किया जा रहा है. उड़ान योजना देश में एक मज़बूत और विश्व स्तरीय हवाई नेटवर्क बनाने के लिए चलाई जा रही है.


उड़ान के अंतर्गत अब तक कितना काम हुआ


उड़ान योजना के तहत देश में अब तक 325 हवाई मार्गों के लिए इंफ़्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट का काम पूरा हो चुका है. इसके अंतर्गत 56 नए एयरपोर्ट बने हैं, जिनमें 5 हेलीपैड और दो वाटर एयरोड्रोम हैं. इन सभी पर उड़ान सेवा शुरू हो चुकी है.


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