जम्मू: लॉकडाउन के चलते पिछले 40 दिनों से अपने रिश्तेदारों के घर रह रहे चार बच्चों का शनिवार को उनके माता-पिता से कठुआ जिले में मिलन हुआ. इन चारों बच्चों की वापसी जिला चाइल्ड हेल्पलाइन की मदद से हुई.


केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों के बाद लखनपुर के देश के दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों, मजदूरों और छात्रों की वापसी शुरू हो गई है. लखनपुर में शनिवार सुबह तक करीब 15000 लोगों के बीच चार ऐसे नन्हे मेहमान भी जम्मू पहुंचे जिनकी उम्र 12 साल से कम थी. यह चारों बच्चे, दो अलग अलग परिवारों से है. ये बच्चे लॉकडाउन से कुछ दिन पहले ही पंजाब में अपने रिश्तेदारों के घर गए थे.

इन बच्चों के रिश्तेदारों के पहुंचते ही लॉकडाउन हो गया और जम्मू-पंजाब बॉर्डर सील कर दिया गया. जिसके चलते यह बच्चे वहीं फंस गए. पंजाब में अपनी बुआ के घर पिछले 45 दिनों से रह रही भूमिका का कहना है कि उन्हें अपने घर की याद आ रही थी. अपनी बेटी को लेने लखनपुर पहुंचे राजेन्द्र कुमार ने बताया कि वह अपनी बेटी से वीडियो कॉल पर बात करते थे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के बाद उन्होंने जिला चाइल्ड हेल्पलाइन से संपर्क किया जिसके बाद उनके बच्चों की वापसी हुई.

वहीं, जिला चाइल्ड हेल्पलाइन और चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट की इंचार्ज नवनिधि का दावा है कि उनके पास इन बच्चों के पंजाब में फंसे होने की सूचना उन्हें ईमेल के जरिए 1 मई को मिली. जिसके बाद उन्होंने इन बच्चों को वापस लाने की कवायद शुरू की.

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