नई दिल्ली: देश में लोकसभा की चार सीटों पर 28 मई को हुए उपचुनाव के नतीजे आज आएंगे. वोटों की गिनती सुबह आठ बजे शुरु होगी. लोकसभा सीटों में यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया और पालघर संसदीय सीटों और नागालैंड लोकसभा सीट है.


कैराना उपचुनाव में बीजेपी का मुकालबा संयुक्त विपक्ष से है. तो पालघर सीट पर बीजेपी और शिवसेना आमने सामने हैं. कैराना में सीएम योगी की साख दांव पर है तो पालघर और भंडारा गोंदिया सीट पर सीएम देवेंद्र फडणवीस की प्रतिष्ठा दांव पर है.


कैराना में विपक्ष की टक्कर मोदी से


कैराना में बीजेपी का मुकालबा संयुक्त विपक्ष से है. बीजेपी सांसद हुकूम सिंह की मृत्यु हो जाने के चलते इस सीट पर चुनाव हो रहा है. उनकी बेटी मृगांका सिंह उपचुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार हैं. उनका सीधा मुकाबला राष्ट्रीय लोक दल की तबस्सुम हसन से है. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी तबस्सुम का समर्थन कर रही हैं.


भंडारा-गोंदिया का चुनावी गणित


महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया से बीजेपी सांसद नाना पटोले ने संसद और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था और इस साल की शुरूआत में कांग्रेस में शामिल हो गये थे. इस वजह से इस यह सीट खाली हुई थी. भंडारा-गोंदिया सीट से 18 प्रत्याशी मैदान में हैं. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी के हेमंत पटले और एनसीपी के मधुकर कुकडे के बीच है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगी जबकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र मोरगाव अर्जुनी तालुका में दोपहर 3 बजे तक ही वोटिंग होगी.


पालघर का चुनावी गणित


बीजेपी के वर्तमान सांसद चिंतामन वांगा के इस साल जनवरी में निधन के बाद महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीट में उपचुनाव कराया जा रहा है. शिवसेना ने जहां बीजेपी के दिवंगत सांसद चिंतामन वांगा के बेटे श्रीनिवास वांगा को पालघर से मैदान में उतारा है वहीं बीजेपी ने हाल ही कांग्रेस छोड़ कर पार्टी में आने वाले राजेन्द्र गावित को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस दामोदर शिंगडा मैदान मे है. पालघर से सात प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पालघर में भाजपा और शिवसेना आमने-सामने है वहीं कांग्रेस और एनसीपी के बीच उपचुनाव के लिए गठबंधन बना हुआ है. वोटिंग सुबह 7 बजे से 6 बजे तक होगी.


नागालैण्ड का चुनावी गणित


नागालैंड में लोकसभा की एक सीट के लिये उपचुनाव होंगे. फरवरी में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के नेता नेफ्यू रियो के लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. रियो अब प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. नागालैंड में प्रमुख घटक बीजेपी और एनडीपीपी की सहयोगी पीडीए ने इस सीट पर पूर्व मंत्री तोखेहो येपथेमी को उतारा है. कांग्रेस एनपीएफ उम्मीदवार सी अपोक जमीर को समर्थन कर रही है.


क्यों अहम हैं उपचुनाव के नतीजे?


कर्नाटक में सत्ता हाथ से निकलने के बाद बीजेपी के लिए बड़ी परीक्षा है. लोकसभा उपचुनाव बीजेपी हारी तो उसके लिए बड़ा झटका होगा. पहले चारों सीटें एनडीए के पास थी. अगर विपक्ष जीता तो उसके लिए 2019 के चुनाव से पहले जीत संजीवनी की तरह काम करेगी. यूपी की कैराना लोकसभा सीट पर संयुक्त विपक्ष की ताकत पता चलेगी. वहीं, महाराष्ट्र की पालघर लोकसभा सीट पर शिवसेना की ताकत पता चलेगी.