(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ABP C-Voter Survey: 5 चुनावी राज्यों में राहुल गांधी के काम से 40 फीसदी लोग बिल्कुल खुश नहीं
उत्तर प्रदेश में कुल 46.2 फीसदी लोगों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कार्यशैली से 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' हैं. हालांकि सर्वे में 13.3 फीसदी लोगों ने कहा कि वे 'बहुत संतुष्ट' हैं.
ABP C-Voter Survey: साल 2022 की शुरुआत में देश के पांच राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होना तय है. इन पांच राज्यों में 40 फीसदी से ज्यादा लोग कांग्रेस नेता राहुल गांधी के काम से 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' हैं. एबीपी-सीवोटर-आईएएनएस सर्वे से यह जानकारी मिली है.
सर्वे के मुताबिक, कुल मिलाकर 40.5 फीसदी लोग राहुल गांधी की कार्यशैली से 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' हैं, जबकि 18.5 फीसदी लोग 'काफी संतुष्ट' हैं. आंकड़ों से यह भी पता चला कि 20.2 फीसदी 'कुछ हद तक संतुष्ट' हैं, जबकि 21 फीसदी ने 'पता नहीं/कह नहीं सकते' ऑप्शन को चुना है. इस सर्वे के नमूनों का आकार 98,121 था, जिसमें पांच चुनावी राज्यों में 690 विधानसभा सीटों को शामिल किया गया था. ये सर्वे 4 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच किया गया था.
उत्तराखंड में सबसे ज्यादा लोग राहुल गांधी की कार्यशैली से खुश नहीं
- पंजाब में, जहां कांग्रेस सत्ताधारी पार्टी है, 53.1 फीसदी लोग राहुल गांधी के प्रदर्शन से 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' हैं. केवल 6.7 फीसदी लोग राहुल गांधी के प्रदर्शन से 'बहुत संतुष्ट' हैं, जबकि 18.9 फीसदी लोग 'कुछ हद तक संतुष्ट' हैं. यहां सैंपल साइज 18,642 था.
- उत्तराखंड में, 54.1 फीसदी लोग, जो सभी चुनावी राज्यों में सबसे अधिक हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की कार्यशैली से 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' हैं, जबकि 14.7 फीसदी 'बहुत अधिक संतुष्ट' हैं. राज्य के लिए सैंपल साइज 13,975 था.
- मणिपुर में, 27.4 फीसदी लोग राहुल गांधी के काम से 'बहुत संतुष्ट' हैं. 21.5 फीसदी लोग 'कुछ हद तक संतुष्ट' हैं, जबकि 42.1 फीसदी लोग 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' हैं.
- उत्तर प्रदेश में कुल 46.2 फीसदी लोगों ने कांग्रेस नेता के लिए 'बिल्कुल संतुष्ट नहीं' ऑप्शन को चुना, जबकि 13.3 फीसदी ने कहा कि वे 'बहुत संतुष्ट' हैं. राज्य के लिए सैंपल साइज 50,936 था.
- गोवा में, 16.1 फीसदी कांग्रेस नेता की कार्यशैली से 'काफी संतुष्ट' हैं, जबकि 23.2 फीसदी ने 'कुछ हद तक संतुष्ट' श्रेणी को चुना है. यह सर्वे 13,048 लोगों पर किया गया था.