42% भारतीय अब कोरोना वैक्सीन लेने के इच्छुक, एक महीने में 16% झिझक कम हुई- सर्वे
टीका लगवाने में संकोच करने वाले नागरिकों की संख्या इस हफ्ते 58 फीसदी है. जनवरी की शुरुआत में संकोच करने वाले नागरिकों की संख्या 69 फीसदी थी. जो दूसरे सप्ताह के अंत में घटकर 62 फीसदी हो गई जब टीकाकरण शुरू हुआ. जनवरी के तीसरे हफ्ते में 60 से 58 फीसदी हो गई. मतलब लोगों के बीच वैक्सीन की झिझक एक महीने के भीतर 16 फीसदी कम हो गई.
नई दिल्ली: भारत सबसे तेज गति से 40 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. लेकिन अभी भी भारत के लोग टीका लगवाने से हिचकिचा रहे हैं. एक सर्वे के अनुसार, केवल 42 फीसदी लोग ही टीका लगवाने के इच्छुक हैं. 58 फीसदी लोग कोरोना का टीका लगवाने से अभी भी हिचकिचा रहे हैं. हालांकि ये हिचकिचाहट 16 फीसदी कम हुई है.
LocalCircles नाम के संगठन ने टीका लेने के बारे में नागिरिकों के दृष्टिकोण को जानने के लिए प्रतिक्रियाएं एकत्रित की हैं. सर्वेक्षण में भारत के 289 जिलों में स्थित नागरिकों से 25,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं हासिल हुईं. सर्वे के अनुसार, टीका लगाने के इच्छुक लोगों का प्रतिशत एक महीने में 31 से बढ़कर 42 फीसदी हो गया. 39 फीसदी झिझकने वाले नागरिक टीका लेने के लिए तैयार हैं, अगर केंद्र और राज्य सरकार में नेता, सांसद और विधायक भी टीका लगवाएं. टीका लेने वाले नेताओं के संकोच के स्तर को 58 फीसदी से 35 फीसदी तक ले जाने की संभावना है.
58 फीसदी लोगों में टीके का डर सर्वे में पहला सवाल नागरिकों से पूछा गया कि अगर आपसे जल्द ही टीका लेने के लिए संपर्क किया जाता है, तो आपकी प्राथमिकता क्या होगी? जवाब में 33 फीसदी नागरिकों ने कहा कि उन्होंने टीका ले लिया है या ले लेंगे. 9 फीसदी ने कहा कि वो निजी अस्पताल के माध्यम से उपलब्ध होने पर लेंगे.
हालांकि, 29 फीसदी नागरिकों ने कहा कि वो 3 महीने तक इंतजार करेंगे. 5 फीसदी ने 3-6 महीने, 12 फीसदी ने 6-12 महीने, 5 फीसदी ने 12 महीने से अधिक इंतजार करने की बात कही. केवल 2 फीसदी नागरिकों ने कहा कि वो टीका बिल्कुल नहीं लेंगे, जबकि 5 फीसदी लोगों ने कुछ नहीं कहा. नागरिकों की ऐसी प्रतिक्रिया से पता चलता है कि 58 फीसदी नागरिक तुरंत कोरोना टीका लेने से हिचकिचा रहे हैं.
इच्छुक नागरिकों की संख्या 11% बढ़ी टीका लेने के इच्छुक नागरिकों की संख्या जनवरी के पहले हफ्ते में 31 फीसदी से बढ़कर दूसरे हफ्ते के अंत में 38 फीसदी हो गई. तीसरे हफ्ते में 40 फीसदी से बढ़कर इस हफ्ते 42 फीसदी हो गई. इससे निष्कर्ष ये निकलता है कि कोरोना का टीका लेने के इच्छुक नागरिकों का संख्या एक महीने में 31 फीसदी से बढ़कर 42 फीसदी हो गई. टीका लेने के इच्छुक नागरिकों की संख्या एक महीने के भीतर 11 फीसदी बढ़ गई.
सर्वे में लोगों से एक सवाल ये भी पूछा गया कि अगर केंद्र और राज्य सरकार के सांसद, विधायक टीका लगवाते हैं तो क्या आप भी लगवाएंगे. इस पर 39 फीसदी लोगों ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो वह भी तुरंत टीका लगवाएंगे. हालांकि 26 फीसदी ने कहा कि वह फिर भी तीन महीने का इंतजार करेंगे.
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