नई दिल्ली: इतिहास बनाते हुए 'रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया' के 43 बच्चों ने 2017 की UPSC की परीक्षा पास की है. इनमें से 27 'रेजिडेंशियल कोचिंग' के हॉस्टल में रहते थे और बाकियों को ओरिएंटेशन क्लास, एक्सपर्ट लेक्चर और मॉक इंटरव्यू के सहारे इंटरव्यू की तैयारी कराई गई थी. चुने गए बच्चों में से आठ को आईएएस, एक को आईएफएस, नौ को आईपीएस और बाकियों को रेवेन्यू, कस्टम, रेलवे जैसी सेवाओं में काम करने का अवसर मिलने की संभावना है.


जामिया के वीसी तलत अहमद का कहना है कि जामिया से जुड़े बच्चों का UPSC में लगातार अच्छा प्रदर्शन यूनिवर्सिटी के लिए गर्व की बात है. चुने गए बच्चे जहां भी जाएंगे, जामिया के सिखाए सच्चे भाव से देश की सेवा करेंगे. 'रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया' के डायरेक्टर डॉ. एम. एफ. फारुकी ने चुने गए सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी है और उम्मीद जताई है कि बच्चे ईमानदारी और सादगी जैसे उन्हीं मानकों पर ख़रा उतरेंगे जिनपर 'रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया' चलता आया है.


चुने गए उम्मीदवारों में 15 लड़कियां भी शामिल हैं. 'रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया' देशभर से आए बच्चों को ट्रेनिंग देता है. इसमें सभी धर्मों और जातियों के बच्चों को ट्रेनिंग दी जाती है. इस साल पास हुए बच्चों में से आधे अल्पसंख्यक समुदाय और पिछड़ी जातियों से आने वाले हैं. यहां तैयारी के लिए एडमिशन का टेस्ट देशभर में लिया जाता है.


इस बार की तैयारी के लिए 125 सीटों पर 7000 बच्चों ने अवेदन किया था. देश भर के 12 सेंटरों पर होने वाली परीक्षा में मेरिट बेस्ट सेलेक्शन किया जाता है. आपको बता दें कि साल 2010 में UGC ने एस, एसटी, अल्पसंख्यकों और महिलाओं के लिए 'फ्री रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी' की स्थापना की थी.