Madurai Jallikattu: तमिलनाडु के मदुरै जिले अवनियापुरम में सोमवार (15 जनवरी) को 'पोंगल' उत्सव के हिस्से के रूप में आयोजित किए गए 'जल्लीकट्टू' कार्यक्रम में दो पुलिसकर्मियों समेत 45 लोग घायल हो गए. 9 लोगों को आगे के इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में रेफर किया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी.


जल्लीकट्टू कार्यक्रम का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें शामिल लोगों को सांड पर काबू पाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है.


क्या कुछ है वीडियो में?


वीडियो में जल्लीकट्टू में शामिल लोग सांड पर काबू पाने में बहुत संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं, साथ ही जोखिम भी साफ नजर आ रहा है. आयोजन स्थल पर पुलिसकर्मी भी नजर आ रहे हैं. कार्यक्रम के लिए लगाई गई बाड़ में फर्स्ट एड सेंटर लिखा हुआ बैनर भी दिख रहा है, साथ ही 108 एंबुलेंस सेवा की जानकारी भी पोस्टरों के माध्यम से दी गई है. सभी प्रतियोगी इस खेल के लिए निर्धारित जर्सी पहने हुए दिख रहे हैं.



सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले को उपहार में दी जाएगी कार


न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, अवनियापुरम में जल्लीकट्टू में लगभग 1000 सांडों और 600 सांडों को काबू करने वालों के भाग लेने की उम्मीद है. मंगलवार (16 जनवरी) और बुधवार (17 जनवरी) को क्रमशः पलामेडु और अलंगनल्लूर में जल्लीकट्टू उत्सव मनाया जाएगा.


सर्वश्रेष्ठ सांड को वश में करने वाले को सोमवार को अवनियापुरम जल्लीकट्टू उत्सव में एक कार उपहार में दी जाएगी. अवनियापुरम जल्लीकट्टू आयोजन के सुचारू संचालन के लिए मदुरै निगम द्वारा 26 लाख रुपये की राशि आवंटित की गई है.


सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए


पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े कदम उठाए गए हैं और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस ने अखाड़े में प्रवेश करने के लिए बैल मालिकों और काबू पाने वालों दोनों को फोटो पहचान पत्र के साथ पहले ही पास जारी कर दिए हैं. पुलिस ने आयोजन स्थल के पास के मकान मालिकों को भी निर्देश दिया है कि वे केवल अपने करीबी रिश्तेदारों को ही अपने परिसर से प्रतियोगिता देखने की अनुमति दें.


मदुरै शहर पुलिस ने रविवार को जारी एक सर्कुलर में स्थानीय लोगों को चेतावनी दी कि यदि जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान आपराधिक गतिविधि के कारण कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


कई स्थानों पर बचाव दल मौजूद


कार्यक्रम स्थल के पास 18 अस्थायी टैंक और पांच मोबाइल शौचालय स्थापित किए गए हैं. मामूली चोटों के इलाज की सुविधा के लिए अवनियापुरम निगम स्कूल में एक विशेष चिकित्सा शिविर भी स्थापित किया गया है. गंभीर चोटों वाले लोगों को सरकारी राजाजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा. कई स्थानों पर बचाव दल भी मौजूद हैं.


(आईएएनएस इनपुट के साथ)


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