45 फीसदी महिलाएं अपनों की सताई हुई, दर्द ये कि फिर भी उन्हीं पर निर्भर, Women's Day पर झकझोर कर रख देंगे ये आंकड़े
Senior Citizens Survey: इस सर्वे के दौरान 45% से अधिक बुजुर्ग महिलाओं ने स्वीकार किया कि उनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की ओर से उन्हें परेशान किया जा रहा है या दुर्व्यवहार किया जा रहा है.
Survey on Senior Citizen Women: बुजुर्ग महिलाओं के लिए अलगाव और हाशिए पर रहना एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. 51 प्रतिशत महिलाएं इस समस्या से जूझ रही हैं. यही नहीं, इन्हें जेंडर (लैंगिक) भेदभाव का भी सामना करना पड़ रहा है इस बात का खुलासा हाल ही में एनजीओ एजवेल फाउंडेशन की ओर से किए गए एक सर्वे में हुआ है. इस संगठन ने यह डेटा पिछले 1 वर्ष में लगभग 10,000 बुजुर्ग महिलाओं के साथ बातचीत के माध्यम से जुटाया है.
इस दौरान बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं भी सामने आईं जिन्होंने उत्पीड़न का सामना करने की सूचना दी. सर्वे में 71% से अधिक महिलाएं ऐसी मिलीं, जो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भर थीं.
परेशान करने वाले अधिकतर अपने ही
इस सर्वे के दौरान 45% से अधिक बुजुर्ग महिलाओं ने स्वीकार किया कि उनके अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की ओर से उन्हें परेशान किया जा रहा है या उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इस सर्वे का निष्कर्ष जारी किया है. संस्था ने सर्वे में ये भी पाया कि ज्यादातर बुजुर्ग महिलाओं को बुढ़ापे में दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है.
'जेंडर की वजह से भी हो रहा है भेदभाव'
एजवेल फाउंडेशन के अध्यक्ष हिमांशु रथ का कहना है कि भारत में अधिकांश वृद्ध महिलाएं अशिक्षा और अज्ञानता के कारण अपने बुनियादी अधिकारों के बारे में नहीं जानती हैं. बुढ़ापे में वे अधिक असुरक्षित होती हैं क्योंकि उन्हें न केवल उम्र की वजह से भेदभाव बल्कि जेंडर की वजह से भी भेदभाव का सामना करना पड़ता है. वह बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए जीवन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहते हैं कि वृद्ध महिलाएं हमारे पारंपरिक मूल्यों, सांस्कृतिक विरासत, विश्वासों और हमारे परिवारों में खुशी की महान संरक्षक हैं.
कई और सर्वे में भी स्थिति चिंताजनक
समय-समय पर अलग-अलग स्टडीज ने बुजुर्ग महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंता जताई है. पिछले साल हेल्पएज इंडिया के एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ था कि देश भर से 60 से 89 वर्ष के बीच की 7,911 बुजुर्ग महिला उत्तरदाताओं में से लगभग 16% (1,276) ने कहा कि उन्हें शारीरिक से लेकर भावनात्मक तक किसी न किसी प्रकार के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा है. 40% (510) ने तो अपने बेटों को प्राथमिक अपराधी बताया. इसमें सबसे अधिक चिंता वाली बात ये थी कि दुर्व्यवहार का सामना करने वाली 43% शारीरिक हिंसा की शिकार थीं.
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