नई दिल्ली: देश भर में हो रही बारिश ने जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. आज से सावन का महीना शुरू हो गया है. लेकिन सावन आने से पहले ही देश भर में भारी बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश से लेकर बंगाल तक और राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक बाढ़-बारिश ने 465 लोगों की जान ले ली है. सरकार ने 5 राज्यों में 465 लोगों की मौत का आंकड़ा दिया है. यूपी में अभी तक 30 लोगों की मौत हुई है.


हथिनी कुंड से हरियाणा के पानी छोड़ने के बाद देश की राजधानी दिल्ली की यमुना नदी का जल स्तर ख़तरे के निशान के ऊपर चले जाने के बीच देश भर में बारिश कहर बनकर टूटी है. केंद्र सरकार ने असम, गुजरात, केरल, बंगाल, महाराष्ट्र में कुल 465 लोगों की मौत की पुष्टि की है और यूपी में 30 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है.


बारिश और इससे जुड़ी दुर्घटनाओं में असम में 34, गुजरात में 52, केरल में 125, बंगाल में 116 और महाराष्ट्र 138 लोगों को अपनी जानें गंवानी पड़ी. वहीं, देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में इससे 30 लोगों की मौत हुई है.



गुजरात-महाराष्ट्र का हाल
गुजरात में बारिश की वजह से 213 गांव प्रभावित हुए हैं. यहां 89 पक्के घर पूरे तरह से तबाह हो गए और 1413 कच्चे घर भी तबाह हो गए. राज्य में 15912 लोगों को बचाकर निकाला गया है. महाराष्ट्र में डूबने के वजह से 138 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है और 117 लोग घायल हुए हैं.



असम का हाल
पूर्वात्तर के राज्य असम में 1,224 गांव बारिश से प्रभावित हुए हैं और 10,17,968 लोगों पर इसका गहरा असर पड़ा है. राज्य में इसकी वजह से 428 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं और 4609 घरों पर आंशिक तौर पर से इसका असर पड़ा है. 34921 लोगों के आपात स्थिति से बचाकर निकाला गया है.

केरल का हाल
केरल में बारिश की वजह से 2232 गांव प्रभावित हुआ हैं, 14975 लोग इससे प्रभावित हुए हैं और 5,183 लोगों को बचाकर निकाला गया है. राज्य में 427 घर पूरी तरह बर्बाद हो गए और 11276 घरों को नुकसान पहुंचा है.



पश्चिम बंगाल का हाल
पश्चिम बंगाल में 1269 गांव बारिश से प्रभावित हैं और 1,61,935 लोग इसकी चपेट में आए हैं. बारिश की मार की वजह से 547 घर पूरी तरह तबाह हो गए और 6709 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है. 47680 हेक्टेयर में फैली फसल को भी इससे नुकसान पहुंचा है.



दिल्ली में ख़तरे के निशान के ऊपर यमुना


हरियाणा के हथिनीकुंड से पानी छोड़े जाने और लगातार बारिश से शनिवार को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चढ़ गया. निचले इलाकों के लोगों के घरों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है.

सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर सुबह 10 बजे 204.83 मीटर के निशान तक पहुंच गया. अधिकारी ने बताया, "सुबह 10 बजे पानी का स्तर 205.06 मीटर तक चढ़ गया." अधिकारी ने कहा कि 'पानी का स्तर आगे बढ़ेगा' लेकिन अभी 'कोई खतरा नहीं है'. वर्तमान जलस्तर खतरे के निशान से 0.23 मीटर अधिक है.

अधिकारी ने कहा, "सुबह 9 बजे हरियाणा ने हथिनीकुंड बैराज से 2,11,874 क्यूसेक पानी छोड़ा - जिसका उपयोग दिल्ली में पीने के उद्देश्यों के लिए किया जाता है - और बाद में पानी अधिक जारी किया जाएगा."

दिल्ली में ख़तरे के निशान के पार यमुना, वीडियो