कोरोना काल में बढ़ी ऑनलाइन शॉपिंग, 12 महीने में 49% लोगों की पहली पसंद बने ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म- सर्वे
कोरोना महामारी के चलते ग्राहकों का विश्वास ऑन लाइन शॉपिंग में बढ़ा है. सर्वे में शामिल 49% भारतीयों ने कहा कि पिछले 12 महीने में ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स और एप उनके लिए शॉपिंग की पसंदीदा जगह बन गयी है. सर्वे में शामिल ग्राहकों ने बताया कि पिछले 12 महीनों में ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर रीफंड और रिटर्न की सुविधा में सुधार आया है.
नई दिल्ली: आज 15 मार्च को पूरी दुनिया में विश्व उभोक्ता दिवस मनाया जा रहा है. विश्व उभोक्ता दिवस को ग्राहकों के अधिकारी और उनमें जागरुकता लाने के लिए मनाया जाता है. ग्राहक को बाजारवाद और सामजिक अन्याय को बचाने के लिए भी विश्व उभोक्ता दिवस मनाया जाता है.
विश्व उभोक्ता दिवस के मौके पर लोकल सर्किल नाम की संस्था ने एक सर्वे करवाया है. इस सर्वे में सामने आया है कि कोरोना महामारी के चलते ग्राहकों का विश्वास ऑन लाइन शॉपिंग में बढ़ा है. सर्वे में शामिल 49% भारतीयों ने कहा कि पिछले 12 महीने में ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स और एप उनके लिए शॉपिंग की पसंदीदा जगह बन गयी है.
जानिए लोकल सर्किल सर्वे की बड़ा बातें.
- सर्वे में शामिल लोगों ने बताया कि ई कॉमर्स के इस्तेमाल के लिए सबसे बड़ा का कारण कोरोना से सुरक्षा है. इसके साथ ही उन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग को सुविधाजनक बताया.
- ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों में 69% ने राशन का सामान और आवश्यक वस्तुएं खरीदीं.
- सर्वे के मुताबिक लोगों ने बड़ी बड़ी शॉपिंग साइट्स के साथ साथ छोटे प्लेटफॉर्म को भी राशन का सामान और आवश्यक वस्तुएं खरीदने में तरजीह दी.
- सर्वे में शामिल लोगों में 33% ने बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग उनकी आदत बन गयी है. और अब पूरी तरह मार्केट खुलने के बाद भी वे ऑनलाइन साइट्स से ही शॉपिंग करने को प्राथमिकता दे रहे हैं.
- 20 मार्च के बाद से ही लोगों ने बिग बास्केट, एमेजॉन फ्रेश/पैंट्री, जियो मार्ट, फ्लिपकार्ट, ग्रोफर्स और अन्य लोकल साइट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं.
- सर्वे में शामिल ग्राहकों ने बताया कि पिछले 12 महीनों में ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर रीफंड और रिटर्न की सुविधा में सुधार आया है.
- सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने कहा कि फ्री शिपिंग, रिफंड और रिटर्न की आसान प्रक्रिया के चलते वे आगे भी ऑनलाइन शॉपिंग करेंगे.
कैसे हुआ सर्वे? देश के 358 जिलों से 42 हजार से ज्यादा लोगों ने इस सर्वे में हिस्सा लिया. इनमें 66% पुरुष थे और 34% महिलाएं. 48% लोग टियर 1 शहरों से, 31% टियर 2 शहरों से और 21% टियर 3,4 शहरों से और ग्रामीण इलाकों से थे. सर्वे में शामिल सभी लोगों ने पहले लोकल सर्किल पर रजिस्ट्रेशन किया.