Earthquake: देश की राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में मंगलवार 24 जनवरी की दोपहर को 5.8 तीव्रता के भूकंप से धरती डोल उठी. इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था. इस भूकंप का असर इतना जोरदार था कि इसके झटके उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में महसूस किए और यहां तक कि चीन ने भी इसके प्रभाव को महसूस किया.


नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के एक डेटा से पता चला है कि 5.8 तीव्रता का भूकंप दोपहर 2:28 बजे 10 किलोमीटर की गहराई पर आया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि झटके नेपाल में 29.41 अक्षांश और 81.68 देशांतर से उत्पन्न हुए, जो उत्तराखंड में पिथौरागढ़ से 148 किमी पूर्व में है. भूकंप का केंद्र बाजुरा और हुमला के ताजकोट के हिमाली ग्राम परिषद की सीमा थी.


नेपाल में भूकंप से तबाही


बाजुरा जिले के डीएसपी सूर्य थापा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया, “भूकंप के बाद इलाके में कुछ घर ढह गए हैं. हमें सूचना मिली है कि जिले में 3 और मकान ढह गए हैं. अब तक कोई हताहत नहीं हुआ है. तो वहीं हिमाली के ग्राम परिषद प्रमुख ने कहा, “खराब मौसम की स्थिति और क्षेत्र में बर्फबारी के कारण, हम अन्य इलाकों के साथ संपर्क स्थापित करने में सक्षम नहीं हैं. टेलीफोन काम नहीं कर रहा है.”




पहाड़ी देश नेपाल में भूकंप आना आम बात है. साल 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप ने नेपाल में तबाही मचा दी थी. इस भूकंप ने उस साल लगभग 9 हजार लोगों की जान ले ली थी और लगभग 10 लाख घरों को बर्बाद कर दिया था.  


भारत में भूकंप का असर


दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और कुछ अन्य क्षेत्रों में करोड़ों लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयकर करते हुए कहा कि उन्होंने छत के पंखे और अन्य लटकती चीजों को हिलते हुए देखा और तेज झटके महसूस किए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, सोमवार शाम को मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में रिक्टर पैमाने पर 4.8 की तीव्रता वाले भूकंप आया था. इसके एक दिन बाद ये झटका फिर लगा है.


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