गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस ने शराब ठेकेदार की हत्या के मामले में पांच फरार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि आरोपी ने पटौदी के जटौली मंडी गांव में एक पुरानी रंजिश को लेकर ठेकेदार को कथित रूप से गोलियों से भून दिया गया था.


पकड़े गए आरोपियों की पहचान रोहित, गोविंदा, शक्ति उर्फ भोलू, सचिन और कृष्णा उर्फ गगन के रूप में हुई है. ये सभी पटौदी के जटौली मंडी गांव के निवासी हैं. पुलिस ने पहले तारा चंद उर्फ साधु के रूप में पहचाने गए एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया था. क्राइम ब्रांच, फरुखनगर के एक दल ने इंस्पेक्टर इंद्रवीर की अगुवाई में गांव से सभी अपराधियों को दबोच लिया.


पूछताछ के दौरान, आरोपी ने खुलासा किया कि जटौली गांव के अभिषेक ने अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर 30 अगस्त को इंद्रजीत की हत्या की योजना बनाई. गुरुग्राम पुलिस में एसीपी (क्राइम) प्रीत पाल सांगवान ने कहा, "योजना के अनुसार, घटना के दिन अभिषेक ने अपने साथियों के साथ मिलकर इंद्रजीत की गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि विक्रम के रूप में पहचाने गए एक अन्य युवक को भी गोली लगी है. विक्रम का अभी भी एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है."


मृतक के भाई जयभगवान द्वारा एक मामला दायर किया गया है. अपनी पुलिस शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे अभिषेक, हरेंद्र, रोहित, सागर, अखिल, कृष्ण का हाथ है, जो जटौली मंडी गांव के हैं. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि अभिषेक और उसके सहयोगियों की आपराधिक पृष्ठभूमि है. पिछले साल अभिषेक और उसके गिरोह के सदस्यों ने पीड़ित और उसके परिवार के सदस्यों को धमकी दी थी.


सांगवान ने कहा कि पूछताछ के दौरान यह पता चला कि मृतक इंद्रजीत और अपराधी अभिषेक के बीच पुरानी रंजिश हत्या का कारण बनी. अधिकारी ने कहा कि हम जल्द ही फरार अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार करेंगे, जो अपराध में शामिल थे. पटौदी पुलिस स्टेशन में शस्त्र अधिनियम सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.


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