Indian sailors returned home frome Iran: भारत के अलग-अलग राज्यों के पांच मर्चेंट नेवी सेलर जिन्हें ईरान पुलिस की जांच संस्था ने ड्रग्स केस में दोषी माना था और 403 दिनों तक बिना मुकदमा चलाए हिरासत में रखा, वे भारत लौट आए हैं. ईरान के चाबहार सेंट्रल जेल से उन्हें रिहा किया गया. पांचों सेलर के मुंबई एयरपोर्ट पहुंचते ही परिवार और दोस्तों ने स्वागत किया.


पांचों सेलर को जेल में 403 दिन बिताने पड़े


मुंबई के रहने वाले अनिकेत येनपूरे , मंदार वर्लीकर, उत्तराखण्ड के नवीन सिंह, बिहार के प्रणव कुमार और तमिलनाडु के रहने वाले तमिझसेल्वन रंगासामी शामिल हैं. उन्हें उनके जहाज आर्टिन 10 के साथ हरमोन की खाड़ी में 20 फरवरी, 2020 को ईरानी सुरक्षा बलों ने पकड़ा था. इन पांचों को ड्रग्स तस्करी के संदेह में गिरफ्तार किया गया था. इस वजह से इनको 403 दिन जेल में बिताने पड़े.


ईरानी सुरक्षा एजेंसी ने जांच पूरी होने तक इनका पासपोर्ट और सीडीसी जब्त कर लिया था. हालांकि, उन्हें रिहा करने के बाद भी उनको लंबे समय तक पासपोर्ट नहीं दिया गया और वे सड़कों पर भटकने के लिए मजबूर हुए. 


इंडियन वर्ल्ड फोरम की पहल पर पहुंचे अपने देश 


विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए काम करने वाले संगठन इंडियन वर्ल्ड फोरम ने पता लगने पर उन लोगों को भारत लाने के लिए पहल की. इस संगठन के अध्यक्ष पुनीत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की गुहार लगाई. 


इन सबकी वापसी का खर्च भारत सरकार ने वहन और भारतीय विश्व मंच द्वारा सुविधा प्रदान की गई. केंद्र को दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने उनके रहने और खाने की सुविधा प्रदान की.  


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