Delhi House Collaps: दिल्ली में एक इमारत की छत ढहने की वजह से 5 लोग घायल हो गए हैं जब कि अभी भी मलबे में करीब 3-4 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. ये हादसा दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में शाम करीब 7:30 बजे के आस-पास हुआ. अचानक से यहां एक मकान की छत ढह गई जिसके बाद वहां मौजूद लोग इस मलबे की जद में आ गए. मौके पर राहत और बचाव का काम जारी है और दमकल की पांच गाड़ियां वहां पहुंच चुकी हैं ताकि मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके.
दिल्ली दमकल सेवा के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया कि रविवार शाम नई दिल्ली में एक इमारत की छत अचानक से ढह गई इस हादसे में 5 लोग घायल हो गए हैं जबकि तीन से चार और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि लाहौरी गेट इलाके में शाम करीब साढ़े सात बजे छत गिरने की सूचना मिली. मौके पर दमकल की पांच गाड़ियां भेजी गई हैं. अब तक पांच लोगों को अस्पताल में शिफ्ट किया जा चुका है. अन्य का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी था.
8 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया
8 लोग को रेस्क्यू कर के निकला गया है, 3 जिसमे 2 बुजुर्ग अभी भी अंदर हैं, एनडीआरएफ की टीम मौके पर राहत और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए घटनास्थल पर पहुंच चुकी है. लोकल विधायक इमरान हुसैन का कहना है पुरानी बिल्डिंग थी तीन लोग रहते थे आज बाहर से कुछ गेस्ट आए थे जिसके बाद लगभग शाम को अचानक से बिल्डिंग गिर गई. इस हादसे में आठ लोगों को रेस्क्यू किया गया है एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 2 की मौत लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं
लोकल लोगों से बात करने से मिली जानकारी के अनुसार अभी भी कई लोग अंदर मलबे में फंसे हुए हैं, जिनकी तलाश जारी है. मोहम्मद अख्तर जिनका कहना है कि मैंने खुद सुनाओ मेरे सामने बिल्डिंग गिरी है आंख लगे तो मैंने अपने हाथ से निकाला जिसमें 5 से 6 साल की बच्ची की मौत मौके पर ही हो चुकी थी. एक बुजुर्ग भी बहुत बुरी तरह से घायल था और 7 लोगों को अस्पताल मैंने अपने हाथों से पहुंचाया है. हादसे में 2 लोगों की मौत की बात कही जा रही है जिनकी डेड बॉडी यहां के स्थानीय लोगों ने खुद निकाली है. हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी तक किसी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है.
ये भी पढ़ें-
जनसंख्या नियंत्रण पर क्यों मचा है घमासान? जानें RSS से कितना अलग है मोदी सरकार का रुख