Kerala Government: केरल के कोच्चि में 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना को लेकर लोगों में बहुत गुस्सा है और आरोपी के लिए मौत की सजा की मांग की जा रही है. बच्ची के शव को रविवार (30 जुलाई) को उस स्कूल में रखा गया जहां वह पढ़ती थी और सैकड़ों लोग उसे श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
रविवार को सुबह 11 बजे के करीब बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें शामिल होने के लिए सैकड़ों लोग पहुंचे थे. उसके अंतिम संस्कार की टीवी पर तस्वीरों में देखा गया कि नम आंखों से लोगों ने बच्ची को विदाई दी.
मौत की सजा की उठ रही मांग
आरोप है कि 28 जुलाई को एक प्रवासी कामगार ने बिहार के प्रवासी दंपति की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी. आरोपी और बच्ची का परिवार एक ही बिल्डिंग में रहते थे. शनिवार को बच्ची का शव अलूवा इलाके में एक बाजार में बोरे में मिला था. इससे पहले ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन नशे की हालत की वजह से उससे पूछताछ नहीं की जा सकी थी. बच्ची को श्रद्धांजलि देने उसके सहपाठियों के घरवाले भी पहुंचे. बेहद गमगीन माहौल में लोगों के दिलों में घटना को लेकर गुस्सा दिखाई दिया. महिलाओं ने कहा कि आरोपी को जेल में रखना और उसे खाना खिलाना न्याय नहीं होगा. उन्होंने कहा, "उसकी उसी तरह से हत्या की जानी चाहिए जैसे उसने बच्ची की हत्या की थी. अगर सरकार नहीं कर सकती तो उसे जनता के हवाले कर दीजिए."
कांग्रेस और बीजेपी ने भी राज्य सरकार से कार्रवाई करने को कहा
कांग्रेस विधायक अनवर सदाथ ने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार और पुलिस यह सुनिश्चित करे कि आरोपी को मौत की सजा सजा मिले. उन्होंने कहा, "जनता का प्रतिनिधि होने और एक पिता होने के नाते मैं भी यही चाहता हूं. मैंने कल केरल के मुख्यमंत्री से बात की और उनसे अनुरोध किया कि इसे एक एकमात्र घटना के रूप में देखकर जांच समाप्त नहीं करें." सदाथ ने कहा, "घटना के बाद से अभिभावक डरे हुए हैं इसलिए सरकार और पुलिस को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और ज्यादा सतर्क होना चाहिए." भाजपा नेता सोभा सुरेंद्रन ने भी आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग की और उन्होंने लोगों से सड़कों पर उतरकर सरकार से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई करने की मांग करने की अपील की.
कांग्रेस ने की केरल पुलिस की आलोचना
घटना के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य पुलिस की कड़ी आलोचना की और बच्ची का पता लगाने में पुलिस की ओर से चूक होने का आरोप लगाया. केरल के पुलिस प्रमुख एस दरवेश साहेब ने आरोपों को खारिज किया और कहा कि जांचकर्ताओं के स्तर पर कोई चूक नहीं हुई है. केरल पुलिस ने शनिवार (29 जुलाई) को अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर अपने पोस्ट के जरिए पीड़ित परिवार से माफी मांगी और कहा कि बच्ची को उसके परिवार से मिलाने की उसकी कोशिशें सफल नहीं हो सकीं.