अगले साल फरवरी तक भारत की आधी आबादी हो सकती है कोरोना से संक्रमित- सरकारी पैनल
पैनल ने चेतावनी के लहजे में कहा है कि अगर देश में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे ऐहतियातों का पालन नहीं किया गया तो संक्रमण का स्तर और ऊपर जा सकता है.देश में अब भी 7,72,055 लोगों का इलाज चल रहा है, जो संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या का 10.23 प्रतिशत हैं. ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 66,63,608 हो गई है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप अभी भी जारी है. अब महामारी के विस्तार को लेकर भारत सरकार की तरफ से बनाए गए विशेषज्ञों के एक पैनल ने बड़ा खुलासा किया है. पैनल ने अनुमान जताया है कि अगले साल फरवरी तक भारत की कम से कम आधी आबादी कोरोना से संक्रमित हो सकती है. पैनल ने कहा है कि इतनी बड़ी आबादी के संक्रमित होने से कोरोना की रफ्तार रुकने में मदद मिलेगी.
देश की करीब 30 प्रतिशत आबादी संक्रमित- पैनल
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, पैनल के मेंबर और आईआईटी कानुपर के प्रोफेसर मणिंद्र अग्रवाल ने बताया है कि हमारे गणितीय मॉडल का आकलन है कि अब तक देश की करीब 30 प्रतिशत आबादी संक्रमित हो चुकी है और फरवरी तक यह आंकड़ा 50 फीसदी तक पहुंच जाएगा. पैनल ने यह भी कहा है कि दुर्गा पूजा, दिवाली, छठ जैसे त्योहारों वाले सीजन में कोरोना के मामले और बढ़ सकते हैं.
ऐहतियातों का पालन नहीं हुआ तो बढ़ेगा संक्रमण- पैनल
पैनल ने चेतावनी के लहजे में कहा है कि अगर देश में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे ऐहतियातों का पालन नहीं किया गया तो संक्रमण का स्तर और ऊपर जा सकता है.
बता दें कि कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दर चौथे दिन भी आठ प्रतिशत से नीचे रही, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि संक्रमण फैलने की दर को प्रभावी ढंग से काबू में किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देशभर में व्यापक जांच के चलते ऐसा हो पाया है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में संक्रमण की दर 7.94 प्रतिशत है और इसमें लगातार गिरावट हो रही है.
देश में संक्रमण से उबरने की दर 88.26 प्रतिशत
देश में अब भी 7,72,055 लोगों का इलाज चल रहा है, जो संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या का 10.23 प्रतिशत हैं. ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 66,63,608 हो गई है. कल 66,399 लोग संक्रमण से उबरे और 55,722 और लोग संक्रमित पाए गए. देश में संक्रमण से उबरने की दर 88.26 प्रतिशत है.
यह भी पढ़ें-