नई दिल्ली: स्पेशल यात्री ट्रेन से दिल्ली से गुरुवार को बेंगलुरु पहुंचे 543 यात्रियों में से करीब 140 यात्रियों ने राज्य सरकार के क्वॉरन्टीन सेंटर में जाने से मना कर दिया. जिस कारण उन्हें दूसरी स्पेशल ट्रेन से दिल्ली वापस लाया जा रहा है.

बेंगलुरु स्टेशन पर यात्रियों ने किया हंगामा

इन यात्रियों ने स्टेशन पर क्वॉरन्टीन जाने के ख़िलाफ़ हंगामा भी किया. काफ़ी समझाने पर 50 यात्रियों को छोड़ कर बाकि यात्री मान गए लेकिन 50 यात्रियों ने क्वॉरन्टीन में जाने से साफ़ इंकार कर दिया. तय हुआ कि इन यात्रियों को आज ही दूसरी स्पेशल ट्रेन से दिल्ली वापस लाया जाय. पर आज रात 8:30 पर नई दिल्ली के लिए ट्रेन छूटने से पहले ही राज्य, पुलिस और रेलवे अधिकारियों के काफ़ी समझाने के बाद इनमें से 31 अन्य यात्री भी क्वॉरन्टीन के लिए तैयार हो गए. लिहाज़ा अब बचे हुए 19 यात्रियों को नई दिल्ली वापस लाया जा रहा है. कुल यात्रियों में से 20 यात्रियों को अन्य राज्यों में जाना था लिहाज़ा उन्हें सड़क माध्यम से केरल और तमिलनाडु के लिए रवाना कर दिया गया.

कर्नाटक सरकार की एडवाइज़री

दरअसल कर्नाटक की सरकार ने ये नियम बना रखा है कि जो भी देश के किसी भी हिस्से से स्पेशल ट्रेन से कर्नाटक आएगा उसे 14 दिन सरकारी क्वॉरन्टीन सेंटर में रहना होगा. ये बात टिकट बुक करते समय दी गई एडवाइज़री में साफ़-साफ़ दर्शाया भी गया है. स्कूलों और होटलों आदि में बने इस क्वॉरन्टीन सेंटर में रहने के लिए किराया भी लिया जाएगा.

क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली से बंगलुरु पहुँचे 140 यात्रियों ने कहा कि हमनें तो राज्यों की एडवाइज़री का कालम पढ़ा ही नहीं. इसलिए हम क्वॉरन्टीन सेंटर में रहने की तैयारी से नहीं आए हैं और न ही हमारी ऐसी मन:स्थिति है. कुछ ने अपनी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों का हवाला दिया. कुछ शुरू में बेहद नाराज़ हुए और कुछ यात्री ऐसे भी थे जिनकी आँखों में आँसू आ गए. काफ़ी देर तक स्टेशन पर ही हंगामा होता रहा. इन यात्रियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया.

रेलवे ने की इन यात्रियों की मदद

हालाँकि इन यात्रियों ने अपनी टेक्निकल गलती स्वीकार की लेकिन जब क्वॉरन्टीन होने से इंकार कर दिया तब रेलवे ने आज ही रात 8:30 बजे नई दिल्ली आ रही एक स्पेशल ट्रेन में 19 यात्रियों का वापस लौटने का इंतज़ाम किया.

क्या है रेलवे का कहना

रेलवे ने कहा कि कर्नाटक सरकार के प्रोटोकॉल को आईआरसीटीसी की वेब साईट पर साफ़ तौर पर दर्शाया गया है. इसके साथ ही क्वॉरन्टीन के नियम की सूचना सभी यात्रियों को एसएमएस से भी भेजी गई थी. बावजूद इसके, रेलवे ने इन 19 यात्रियों के प्रति सहानुभूति रखते हुए बंगलुरु के डीएम की सहमति से इन्हें वापस नई दिल्ली लाने का इंतज़ाम कर दिया है. ट्रेन 16 मई को सुबह 5:55 पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुँचेगी.