नई दिल्लीः पीएनबी के महाघोटाले में रोजाना नए-नए तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं. जहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों इस घोटाले को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, वहीं इस घोटाले को लेकर अब एक और सनसनीखेज खबर सामने आई है. पीएनबी घोटाले को लेकर सीबीआई की एफआईआर में एनडीए राज का जिक्र किया गया है. इसमें कहा गया है कि 5000 करोड़ का घोटाला एनडीए राज में संभव है. पीएनबी घोटाला ही 11,500 करोड़ रुपये का है.
यह मामला पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई शाखा से जारी 143 साख पत्रों से संबंधित है. इन साखपत्रों के आधार पर धोखाधड़ीपूर्ण तरीके से 4,886 करोड़ रुपये जारी किये गये. यह राशि तीन कंपनियों गीतांजलि जेम्स, नक्षत्र और गिली को 2017-18 में जारी की गई.
नई एफआईआर में चौकसी के अलावा कई बड़े नाम शामिल
नई एफआईआर में चौकसी के अलावा गोकुल नाथ शेट्टी (पीएनबी के सेवानिवृत्त डीजीएम) मनोज खराट (उस समय पीएनबी के सिंगल विंडो अधिकारी) और कंपनियों गीतांजलि जेम्स लिमिटेड, गिली इंडिया, नक्षत्र ब्रांड लिमिटेड, कंपनियों के निदेशक कृष्ण संगमेश्वरन, नाजुरा यश आंजनेय, दिनेश गोपालदास भाटिया, ए शिवरमन नायर और दिनेश व्रजलाल सेठ शामिल है.
इसके अलावा एफआईआर में ज्योति भरत वोरा, अनिल उमेश हल्दीपुर, चंद्रकान्त कनू करकरे, पंखुड़ी अभिजीत वरांगे, मिहिल भास्कर जोशी और अज्ञात बैंक अधिकारियों का भी नाम है. इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय ने आज छापेमारी की कार्रवाई में 549 करोड़ रुपये के रत्न आभूषण जब्त करने का दावा किया. ईडी ने कल 5100 करोड़ रुपये के बहुमूल्य रत्न जब्त किए थे. इसके अलावा उसने सीबीआई की नई एफआईआर के आधार पर मनी लांड्रिंग का नया मामला दर्ज किया है.
अपनी शिकायत में पीएनबी ने आरोप लगाया है कि उसकी मुंबई की एक शाखा से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की कंपनियों को धोखाधड़ी से 11,400 करोड़ रुपये के 293 साख पत्र जारी किए. उन्होंने कहा कि उप महानिरीक्षक के तहत एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो इस मामले की जांच करेगी.
नीरव मोदी और उसका भाई बेल्जियम से भागेः सूत्र
वहीं आयकर विभाग के मुताबिक नए ब्लैकमनी एक्ट के तहत नीरव मोदी के खिलाफ विदेश में अवैध संपत्ति रखने के आरोप तय किए गए हैं. वहीं सूत्रों के मुताबिक नीरव मोदी और उसका भाई बेल्जियम से यूरोप के किसी और देश में भाग चुके हैं. एजेंसी उनके गतिविधियों और हलचल पर नजर रख रही हैं.
नीरव मोदी के न्यूयार्क, लंदन, बीजिंग और मकाऊ के आउटलेट्स पर भी शिकंजा
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाली एजेंसी ने नीरव मोदी के न्यूयार्क, लंदन, बीजिंग और मकाऊ स्थित आउटलेट्स को जांच जारी रहने तक कोई कारोबार नहीं करने का निर्देश दिया है. ईडी ने अपनी मनी लांड्रिंग जांच के सिलसिले में नीरव मोदी औरा चौकसी को समन भी किया है.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि ईडी ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को 23 फरवरी से पहले इसके मुंबई दफ्तर में हाजिर होने के लिए समन जारी किया है. ईडी ने नीरव मोदी की कंपनी को आदेश दिया है कि ये कंपनी अपने न्यूयॉर्क, लंदन, बीजिंग और मकाऊ के आुटलेट्स में तब तक कोई लेनदेन न करें जब तक मामले की जांच चल रही है.
आईटी विभाग ने नीरव और उसके परिवार की 29 संपत्तियां-105 बैंक खातों को कुर्क किया
वहीं इनकम टैक्स विभाग ने आज टैक्स चोरी जांच के सिलसिले में अस्थायी रूप से हीरा कारोबारी और उसके परिवार की 29 संपत्तियां और 105 बैंक खातों को कुर्क कर दिया. इसके अलावा विभाग ने विदेश में गैरकानूनी संपत्तियां रखने के लिए उसके खिलाफ नए कालाधन रोधक कानून के तहत मामला भी दर्ज किया है. समझा जाता है कि उसकी यह संपत्ति सिंगापुर में है.
नए कानून के तहत अघोषित विदेशी संपत्ति और आय पर 120 फीसदी का भारी भरकम जुर्माना लगाने का प्रावधान है. इसमें दस साल जेल की सजा भी हो सकती है. टैक्स अधिकारियों ने मुंबई में एक विशेष अदालत के सामने नीरव मोदी के खिलाफ आयकर कानून की धारा 276 सी (1) जानबूझकर कर चोरी, 277 ए (सत्यापन में गलत बयान), 278 बी (कंपनियों द्वारा अपराध) और 278-ई के तहत मामला दर्ज किया है.
टैक्स अधिकारियों ने नीरव मोदी, उसकी पत्नी एमी और उसकी मुंबई, सूरत, जयपुर और दिल्ली की अचल संपत्तियों पर कुर्की का नोटिस भी चस्पा कर दिया.