शिमला: देश में जानलेवा कोरोना वायरस लगातार कहर बरपा रहा है. सभी राज्य इस वायरस को खत्म करने और फैलने से रोकने के लिए पूरी कोशिशें कर रही हैं. हिमाचल प्रदेश में प्रशासन ने आज उन लोगों को अल्टीमेटम दिया, जो कोरोना वायरस संदिग्ध हैं. प्रशासन की चेतावनी के बाद प्रदेश में 52 संदिग्धों ने अपनी पहचान बताई है.


प्रशासन ने दी थी चेतावनी


हिमाचर प्रदेश में कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं. राज्य में अबतक 14 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, एक की मौत हुई है. सूबे में कोरोना वायरस या कोविड-19 के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए डीजीपी सीता राम मरडी ने उन लोगों को आज शाम पांच बजे तक का अल्टीमेटम दिया जो कोरोना संदिग्ध हैं, लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दे रहे. डीजीपी ने कहा है कि अगर विदेश से लौटे और तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों ने आज शाम पांच बजे तक अपनी सूचना नहीं दी और उनकी वजह से किसी की मौत हुई तो ऐसे लोगों के खिलाफ हत्या के केस दर्ज होगा.


जिन 52 लोगों ने अपनी पहचान बताई है, उनमें से ज़्यादातर लोग दूसरे राज्यों से हिमाचल आए हुए हैं. शाम पांच बजे से पहले ही पुलिस और प्रशासन के पास इन लोगों की जानकारी आ गई है. अब इन लोगों को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन में रखा जाएगा.


तब्लीगी जमात के तीन सदस्यों ने दिल्ली से हिमाचल की थी यात्रा


वहीं, हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए तबलीगी जमात के तीन सदस्यों ने दिल्ली से सोलन जिल के नालागढ़ पहुंचने के लिए 18 मार्च को दो बसों में यात्रा की थी. पुलिस ने इस बस में यात्रा करने वाले यात्रियों से सामने आने और अपने-अपने जिलों में कोविड-19 की जांच कराने की अपील की है. कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद उन्हें रविवार को शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.


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