अल्मोड़ा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि नोटबंदी का फैसला कालेधन या भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं बल्कि ‘आर्थिक लूट’ है.
उन्होंने यूनिवर्सिटीज कैंपस कॉलेज ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के 99 फीसदी लोगों को मुश्किल में डाल दिया और ‘एक फीसदी महाधनाढ्यों’ को निशाना नहीं बनाया जिनके पास सारा कालाधन है.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार का खात्मा चाहती है और यदि ‘मोदीजी इस बुराई के खिलाफ कोई कदम उठाते हैं तो कांग्रेस पार्टी शत-प्रतिशत समर्थन करेगी.’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘लेकिन यह नोटबंदी कालेधन या भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई निर्णय नहीं है. यह नोटबंदी आर्थिक लूट है. यह देश के गरीबों पर हमला है.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से उन चोरों का नाम पूछा जिनका स्विस बैंकों में कालाधन है.
उन्होंने कहा, ‘‘स्विस सरकार ने मोदी सरकार को कालाधन रखने वालों की सूची दी है. वह लोकसभा या राज्यसभा में इन चोरों की सूची क्यों नहीं रखते? हम जानना चाहते हैं कि ये चोर हैं कौन? आप लोकसभा और राज्यसभा में उनके नाम बताइए.’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने सवाल किया, ‘‘आप माल्या और ललित मोदी को लंदन से क्यों नहीं लाये?’’ राहुल गांधी ने मोदी पर डूबे कर्ज को माफ करने के लिए देश के गरीबों की मेहनत की कमाई छीनने एवं उन्हें बैंकों को देने का आरोप लगाया और कहा कि महाधनाढ्यों पर 8 लाख करोड़ रुपये का जो कर्ज है, उसे माफ करने के लिए नोटबंदी लायी गयी है.
उन्होंने कहा, ‘‘गरीबों का पैसा खींचो और अमीरों को सींचो. 99 फीसदी ईमानदार का पैसा खींचो और 50 परिवारों को सींचो. ये है नोटबंदी की सच्चाई.’’
राहुल ने मोदी पर हमला करने के लिए अमिताभ बच्चन के गाने का इस्तेमाल किया और कहा कि उनकी मंशा है ‘राम नाम जपना, गरीबों का माल अपना.’ उन्होंने केंद्र सरकार पर लोगों की कठिनाइयों के प्रति संवेदनहीन होने का आरोप लगाया और दावा किया कि नोटबंदी के चलते हुई 100 लोगों की मौत पर विपक्ष को शोक भी नहीं मनाने दिया गया.
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर किसानों की बातें नहीं सुनने और उनका कर्ज नहीं माफ करने का जबकि 15 महाधनाढ्यों का 1.40 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने का आरोप लगाया.
उन्होंने मोदी पर किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचाने और उनकी मेहनत का इस बयान से मजाक बनाने का आरोप लगाया कि वे बस गड्ढे खोदते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मोदीजी, भारत के मजदूर बड़े गड्ढे नहीं खोदते हैं, वे भारत का निर्माण करते हैं और उसे खड़ा होने में मदद करते हैं. ’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि राजग सरकार के तहत एक फीसदी भारतीयों के पास 60 फीसदी धन था और लेकिन अन्य 99 फीसदी के पास कालाधन नहीं था.
उन्होंने कहा कि 94 फीसदी कालाधन स्विस बैंक के खातों में, सोने और जमीन के रूप में है तथा बस 6 फीसदी नकद में है.
उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया, ‘‘मुझे नहीं मालूम कि क्यों प्रधानमंत्री ने इस 6 फीसदी को ही अपना निशाना बनाया न कि 94 फीसदी को . ’’ उत्तराखंड में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने उत्तराखंड को 2013 की बाढ़ के बाद विकास के वास्ते दरकार 60,000 करोड़ रुपये नहीं दिए जबकि उन्होंने विजय माल्या को 1200 करोड़ रुपये ‘टाफी’ की तरह दे दिया गया.