लखनऊ: आज 6 दिसंबर है, ये तारीख अयोध्या और देश के इतिहास के लिए बेहद अहम है. अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने की आज 26वीं बरसी है. राम मंदिर निर्माण पर तेज होती चर्चाओं के बीच विश्व हिंदू परिषद ने आज शौर्य दिवस मनाने का फैसला किया है. वहीं विपक्ष ने आज काला दिवस मनाने का फैसला किया है.


अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टलने से साधू संत नाराज हैं. राम मंदिर निर्माण को लेकर साधुसंत आंदोलन शुरू कर चुके हैं. हाल ही अयोध्या में वीएचपी ने बड़ी सभा का आयोजन किया था. इसमें करीब एक लाख लोगों के शामिल होने का दावा किया गया. वीएचपी के आज होने वाले शौर्य दिवस के आयोजन में बीजेपी की कोई सीधी भागीदारी नहीं होगी. लेकिन माना जा रहा है कि पीछे से समर्थन जारी रहेगा.


कांग्रेस ने जहां इस मामले में चुप्पी साध रखी है वहीं प्रगतिशील समाज पार्टी (लोहिया) के नेता शिवपाल सिंह यादव ने छह दिसंबर को काला दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है, शिवपाल की पार्टी के एक बड़े नेता ने कहा, ''बहुजन मुक्ति मोर्चा के साथ मिलकर हमारी पार्टी काला दिवस मनाएगी. पार्टी कार्यकर्ता प्रदेशभर में जागरूकता अभियान चलाएंगे और काली पट्टी बांधकर जनता को उनके अधिकारों के प्रति सचेत करेंगे.''


वीएचपी के और विपक्ष के आयोजन को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. अयोध्या में सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए हैं. बुलंदशहर हिंसा के बाद हो रहे इस आयोजन को लेकर सरकार बेहद सतर्क है.