भारत में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. हर दिन लाखों मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, रोजाना हजारों लोगों की मौत हो रही है. अधिकांश भारतीय देश में मामलों की स्थिति को लेकर चिंतित, उदास और गुस्से में हैं. एक सर्वे में इसकी पुष्टि हुई है. सर्वे से पता चला है कि कोरोना के बढ़ते मामलों से लोग काफी तनाव महसूस कर रहे हैं. यहां तक कि लॉकडाउन की वजह से घर में रहने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है.
सिटीजन इंगेजमेंट प्लेटफार्म लोकल सर्किल्स द्वारा किए गए इस सर्वे से पता चला कि 61 फीसदी भारतीय मानसिक रूप से तनाव महसूस कर रहे हैं. यहां तक कि गुस्सा आना, नींद ना आना, चिंतित रहना जैसी कई बीमारियां भी हो रही हैं. जब लोगों से कोरोना के बढ़ते मामलों से जुड़े सवाल पूछे गए तो उन्होंने बताया कि इस समय स्थिति बहुत नाजुक है. कोरोना के बढ़ते केस और मौतों से कई लोग डिप्रेशन के शिकार भी बन रहे हैं.
लोगों ने दिए कई सवालों के जवाब
देशभर में कोरोना से हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है. इससे जुड़े सवाल पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "मौतों के आंकड़ों को देखकर बिल्कुल अच्छा नहीं लगता. हमें ऐसा लगता है कि कोरोना काल के खत्म होने तक शायद लाखों लोग डिप्रेशन के शिकार हो जाएंगे." सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार सही डायरेक्शन में काम कर रही है? इसपर 41 फीसदी लोगों ने 'हां' में अपना उत्तर दिया, जबकि 45 फीसदी लोग सरकार के उठाए गए कदम से नाखुश दिखे.
ये भी पढ़ें
Corona Cases Today: एक दिन में रिकॉर्ड 3780 लोगों की गई जान, 24 घंटे में 3.82 लाख नए केस आए