Mumbai Govandi pollution: पिछले पांच सालों में मुंबई के गोवंडी इलाके में रह रहे करीब 650 लोगों की प्रदूषण के कारण अस्थमा की बीमारी से मौत हो गई है. गोवंडी क्षेत्र देवनार लैंडफिल, एसएमएस कंपनी और सीमेंट मिक्सर प्रोजेक्ट के कारण प्रदूषण का खतरा हर दिन बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते इस क्षेत्र में रहने वाले कई लोग सांस की बीमारियों से पीड़ित हैं.
एक तरफ बीएमसी ने इस साल 52,000 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है, तो वहीं मुंबई के गोवंडी इलाके में हर दिन बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों की तबियत खराब होती जा रही है.
प्रदूषण के कारण कई लोगों की हुई मौत
पिछले कई सालों से, मुंबई नगर निगम के एम ईस्ट डिवीजन के तहत गोवंडी शिवाजी नगर क्षेत्र के निवासी देवनार कचरे के ढेर से उत्पन्न होने वाली बदबू ,प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पीड़ित हैं. इस बीच समाज सेवक और आरटीआई एक्टिविस्ट शेख फयाज ने आरटीआई की मदद से खुलासा किया कि 2016 से 2021 तक मुंबई शहर में 6757 लोगों की प्रदूषण के कारण मृत्यु हुई है, लेकिन इनमें से 10% लोग यानी के 650 लोगों की केवल गोवंडी क्षेत्र में प्रदूषण से अस्थमा होने के कारण मृत्यु हुई है.
गोवंडी इलाके में अधिकतर लोग टीबी, अस्थमा और कैंसर से पीढ़ित है
शैक फयाज ने एबीपी न्यूज को बताया कि बीएमसी में आरटीआई फाइल की थी, जिसमें पूछा गया था कि गोवंडी इलाके में अधिकतर लोग किस किस बीमारी से पीड़ित हैं. जवाब मिला कि अधिकतर लोग टीबी, अस्थमा और कैंसर से पीड़ित हैं. इसीलिए घरों में लोगों ने खुद अपने खर्चे से एयर प्यूरीफायर लगवाया है. जैसा कि आज भी हवा की गुणवत्ता 333 के करीब दिखा रही है जो बेहद खराब श्रेणी को बताती है, लोगों ने महाराष्ट्र पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से मांग की कि इस इलाके में रह रहे लोगों के घर जो एयर प्यूरीफायर लगाए गए हैं उसका पैसा लोगों को दिया जाना चाहिए.
लेकिन एमपीसीबी ने हमारी मांग पर कोई जवाब नही दिया है. वहीं बायोमेडिक वेस्ट प्लांट एसएमएस कंपनी को भी हमने रीलोकेट करने की मांग की थी और उसका मुद्दा कोर्ट में भी है. लेकिन अब तक कोई जवाब सामने नहीं आया है. हमारी सरकार से मांग है कि गोवंडी इलाके में हेल्थ पोस्ट अधिक से अधिक होने चाहिए. सरकारी अस्पताल केवल एक है, उनकी संख्या बढ़ानी चाहिए और लोगों के घर में एयर प्यूरीफायर लगाने चाहिए.
गोवंडी इलाके में संब्रूनिस शेख ने 5500 रुपये देकर अपने घर एयर प्यूरीफायर लगवाया. सबरुनिसा ने एबीपी न्यूज को बताया कि इस इलाके में हवा बेहद प्रदूषित होने के कारण घर में लोगों की तबीयत खराब हो रही थी. इस वजह से एयर प्यूरीफायर लगाना पड़ा. यहां पर सभी लोग प्रदूषित आबोहवा से परेशान हैं, जिस वजह से खुद के पैसे खर्च करके एयर प्यूरीफायर लगाना पड़ा.
मां को अस्थमा की बीमारी के कारण खोया है
मोहम्मद अंसारी जो गोवंडी इलाके में पिछले कई सालों से रह रहे हैं, उन्होंने हाल ही में अपनी मां को अस्थमा की बीमारी के कारण खोया है. अंसारी ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि पिछले 12 साल से उनकी मां अस्थमा से पीड़ित थीं, लेकिन यह सिर्फ उनके घर की कहानी नहीं बल्कि हर तीसरे चौथे घर की यही हालत है. कोरोना के पहले तक बीएमसी अधिकारी घर पर आकर जांच कर जाते थे, लेकिन कोरोना के बाद बीएमसी के अधिकारी आने बंद हो गए. हम हर बार कोशिश करते हैं यहां के एनजीओ और सोशल वर्कर सरकार तक हमारी बात पहुंचाएं.
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